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शहीद साधु-संतों का स्मारक बनाने की मांग हुई तेज, संतों ने सरकार के खिलाफ खोला मोर्चा

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Published : Jun 17, 2021, 6:11 PM IST

Updated : Jun 17, 2021, 6:24 PM IST

1857 की क्रांति में वीरांगना रानी लक्ष्मीबाई की देह को बचाने में शहीद होने वाले संतों के नाम से स्मारक बनाए जाने की बात कह रही थी लेकिन सरकार के खिलाफ साधु संतों ने मोर्चा खोल दिया है.

Rani Lakshmi Bai
वीरांगना रानी लक्ष्मीबाई

ग्वालियर। ग्वालियर में एक बार फिर साधु संत श्री की सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल बैठे हैं. इसकी वजह यह है ग्वालियर में शहीद साधु संतों का स्मारक नहीं बनाया गया है. क्योंकि बीते 15 सालों से बीजेपी सरकार, वीरांगना रानी लक्ष्मीबाई की देह को बचाने में शहीद होने वाले संतों के नाम से स्मारक बनाए जाने की बात कह रही थी लेकिन जब आश्वासन पूरे नहीं हुए तो अब संत समाज नहीं रानी लक्ष्मी बाई के बलिदान दिवस की बरसी पर ही सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है.

स्मारक बनाने की मांग तेज

साधु संतों का स्मारक बनाने की मांग

ग्वालियर की गंगा दास की शाला में मौजूद साधु संत 1857 की क्रांति में शहीद हुए साधु संतों के नाम से स्मारक बनाना चाहते हैं. जिसको लेकर वह पहले भी आंदोलन कर चुके हैं. लेकिन उस समय समय पर आश्वासन मिलता रहा है लेकिन इस बार फिर आंदोलन बलिदान दिवस की बरसी पर साधु-संतों इकट्ठा होने जा रहे हैं. उनका कहना है कि वीरांगना रानी लक्ष्मीबाई की दिनांक को बचाने में शहीद हुए साधु संत की याद में स्मारक बनाया जाए लेकिन स्मारक आज तक नहीं बनाया गया.

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शहीद हुए थे 745 साधु संत

साधु संत वीरांगना रानी लक्ष्मीबाई की समाधि के पास 1857 में शहीद हुए 745 साधु संतों के नाम से स्मारक बनाए जाने को लेकर पहले भी आंदोलन कर चुके हैं. लेकिन पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती के भूमि पूजन के बाद भी यहां स्मारक नहीं बन सका है. ऐसे में देखना होगा कि आखिर कब तक साधु संतों की मांग पूरी होती है या फिर नहीं. स्मारक की मांग करने वाली साधु-संत निर्मोही अखाड़े के है.

Last Updated :Jun 17, 2021, 6:24 PM IST

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