छिंदवाड़ा। रविवार को साल 2023 का आखिरी दिन है. इसके बाद एक नई सुबह के साथ नया साल शुरु होगा. नए साल पर कई लोग नई प्लानिंग्स करते हैं, कोई नई शुरुआत करता है. वहीं वह बीते हुए साल भी सबक लेता है. अगर एमपी की राजनीति में साल 2023 की बात करें तो, यह साल कमलनाथ के राजनीतिक भविष्य के लिए काफी घाटे वाला साबित हुआ. छिंदवाड़ा में उन्होंने एक तरफ जीत तो दर्ज की, लेकिन प्रदेश का चुनाव कमलनाथ बुरी तरीके से हार गए और उन्हें अध्यक्ष पद भी गंवाना पड़ा.
छिंदवाड़ा में जीतकर भी बड़ी बाजी हारे कमलनाथ:कांग्रेस की तरफ से मुख्यमंत्री के दावेदार और तत्कालीन कांग्रेस कमेटी के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ के लिए 2023 साल घाटे वाला साबित हुआ. छिंदवाड़ा समेत मध्य प्रदेश में कमलनाथ को मुख्यमंत्री बनने के लिए कांग्रेस वोट मांग रही थी. कमलनाथ के गढ़ छिंदवाड़ा में तो जनता ने उन्हें मुख्यमंत्री बनाने के लिए भरपूर समर्थन दिया और सात विधानसभा में जीत भी दिलाई, लेकिन मध्य प्रदेश की जनता कमलनाथ पर विश्वास नहीं कर पाई और भारतीय जनता पार्टी प्रचंड बहुमत से सरकार में फिर से वापस आ गई.