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MP Health System अजब एमपी का गजब स्वास्थ्य सिस्टम, खटिया पर मरीज, मूलभूत सुविधाओं का अभाव

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Published : Aug 18, 2022, 7:16 AM IST

Updated : Aug 18, 2022, 2:19 PM IST

मध्य प्रदेश सरकार स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर भले ही हर वर्ष करोड़ों रुपये खर्च करती है, लेकिन जमीनी हकीकत किए गए दावों के उलट है. छतरपुर जिले से आई इन तस्वीरों को देखकर आप भी हैरान हो जाएंगें. तस्वीरों में खटिया पर लेटे हुए दिख रहे मरीज को गांव वाले इलाज के लिए लेकर जा रहे हैं. छतरपुर जिले के इस गांव में बीमार पड़ने वाले लोगों को इसी तरह से स्वास्थ्य केंद्र तक पहुंचाया जाता है. MP Health System

MP villages road problem
एमपी स्वास्थ्य सिस्टम खटिया पर

छतरपुर।चंदला विधानसभा के मदरापुर गांव में सड़क ना होने से बरसात के दिनों में ग्रामीणों को बड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ता है. गांव में अगर कोई बीमार पड़ता है तो ग्रामीण उसे खटिया पर लिटा कर ले जाते हैं. गांव के लोगों का कहना है कि, गांव में सड़क और स्वास्थ्य सेवाएं बेहद खराब हैं. बीमार होने पर लोगों को खटिया या पीठ पर लादकर ले जाना पड़ता है. MP Health System

खटिया पर मरीज को लिटाकर चिकित्सा केंद्र ले जाते ग्रामीण

हकीकत में नहीं बदले दावे: गांव के लोगों की मानें तो यहां कई साल बीत गए, कई सरकार आई गईं, दावे किए लेकिन आज तक वे दावे हकीकत में नहीं बदले. स्वास्थ्य केंद्र यहां से लगभग 8 किलोमीटर दूर चंदला में है. बीमार होने पर एंबुलेंस 5 किलोमीटर दूर गांव के बाहर खड़ी हो जाती है. एंबुलेंस तक पहुंचने के लिए गांव के लोगों को दलदल से भरी सड़क को पार कराने के लिए मरीज को खटिया पर रखकर लाना पड़ता है.

गांव के लोगों को खटिया का सहारा:इस गांव की जनसंख्या लगभग 250 के आसपास है, लेकिन सड़क ना होने के कारण बीमार एवं गर्भवती महिलाओं को जान जोखिम में डालकर अस्पताल ले जाना पड़ता है. गर्भवती महिलाएं तो अस्पताल भी नहीं जा पाती हैं. कई महिलाओं को गांव में ही अपना प्रसव कराना पड़ जाता है. बीमार ग्रामीण एक-दूसरे को खटिया पर लेकर सड़क पार करते हैं. MP Health System

तस्वीरों में देखें बीमार प्रदेश का हाल, कहीं लाशों के अंतिम संस्कार के लिए जगह नहीं तो कहीं पैरालाईज्ड है हेल्थ सिस्टम

गांवों के हाल बेहाल:सरपंच अवधेश पटेल का कहना है कि, वह पहली बार सरपंच बने हैं. इससे पहले गांव में सरपंच कोई दूसरा था. इन्हें उम्मीद है कि, इस बार वह इस गांव में सड़क बनवा सकेंगे. जिससे लोगों की समस्याएं दूर हो जाएं. सरपंच का कहना है कि मदरापुरवा के पास ही एक दूसरा गांव दशरथ पुरवा है. इसकी जिसकी जनसंख्या लगभग 800 के आसपास है. यहां पर भी ठीक ऐसे ही हालात है. हालांकि उस गांव की पंचायत सिमरिया लगती है, लेकिन हालात बिल्कुल एक जैसे हैं.

Last Updated :Aug 18, 2022, 2:19 PM IST

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