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Sagar Tap Fire: हर बरसात में क्यों आग उगलने लगते हैं इस गांव के हैंडपंप, भूगर्भ शास्त्रियों की रिसर्च में सामने आई वजह

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Published : Aug 8, 2022, 7:25 PM IST

MP के सागर जिले का बंडा इलाके एक बार फिर चर्चाओं में है. आसमान से झमाझम बार‍िश के दौर में इस इलाके में हैंडपंप पानी की जगह आग उगल रहे हैं. जो हैंडपंप काफी दिनों से बंद पड़े हैं, उनमें बरसात के मौसम में आग निकलने लगती है. ग्रामीणों की मानें तो, हैंडपंप के पास जाने पर गैस की बदबू आई तो किसी ने हैंडपंप के ऊपर तीली लगा दी, जिससे हैंडपंप से आग की लपटे भभक पडी. (Sagar Tap Fire)

hand pump spewing fire in Sagar MP
सागर में आग उगल रहे हैंडपंप

सागर। बंडा विकासखंड का उल्दन गांव हर बरसात के मौसम में चर्चाओं में आ जाता है. दरअसल इस गांव के हैंडपंप बरसात के मौसम में पानी की जगह आग उगलने लगते हैं. जो हैंडपंप खराब हैं, उनके आसपास माचिस की तीली जलाने से ही आग की लपटें उठने लगती हैं. बारिश के चलते इन दिनों फिर इस गांव में ऐसी घटनाएं होने लगी हैं. हालांकि लगातार हो रही इन घटनाओं के चलते ओएनजीसी और सागर विश्वविद्यालय के भूगर्भ शास्त्री मीथेन गैस की संभावनाओं को लेकर शोध कर चुके हैं. लेकिन फिलहाल उल्दन गांव में ऐसी कोई संभावना नजर नहीं आ रही है. (Sagar Tap Fire)

सागर जिले का बंडा इलाके में नल से निकल रही आग

लगातार आग उगल रहे हैं गांव के हैंडपंप: सागर जिले के बंडा विकासखंड के बहरोडल थाने के अंतर्गत उल्दन गांव हर बरसात में चर्चा का विषय बन जाता है. क्योंकि इस गांव के हैंडपंप बरसात के मौसम में पानी की जगह आग उगलने लगते हैं. इस साल भी यह घटना लगातार हो रही है, पिछले दिनों जब एक हैंड पंप के पास गांव के एक व्यक्ति ने माचिस जलाई, तो हैंडपंप ने अचानक आग पकड़ ली. हालांकि इस गांव में यह घटना पहली बार नहीं हुई है, पिछले कई सालों से बरसात के मौसम में इस तरह की घटना देखने में आई है कि, गांव के हैंडपंप और बोरवेल बरसात के मौसम में गैस उगलने लगते हैं, जोकि ज्वलनशील होती है. (geology sagaruniversity ongc)

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क्या कहना है भूगर्भ शास्त्रियों का: उल्दन गांव में घटने वाली घटना पर शोध कर चुके केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर के भूगर्भ शास्त्र विभाग के प्रोफेसर आर के त्रिवेदी बताते हैं कि, 'इस इलाके में विंध्यन बेसन की परतदार चट्टान हैं. इन चट्टानों में जहां भी ड्रिलिंग की गई है, कहीं-कहीं कुछ मात्रा में गैस का रिसाव हुआ है. जिस समय यह ड्रिलिंग की जा रही थी, उस समय निकलने वाली गैस प्रारंभिक गैस मानी जा सकती है. लेकिन इस तरह से बरसात के मौसम में जो गैस निकल रही है, वह हैंडपंप के अंदर नमी और मौजूद मटेरियल के बीच हो रही क्रिया के कारण निकल रही है. उससे थोड़ी बहुत गैस बन जाती है. कुछ दिनों बाद यह गैस निकलना अपने आप बंद हो जाएगी और बरसात के अगले सीजन में फिर निकलने लगेगी. कभी-कभी बनस्पति भी इन गड्ढों में पहुंच जाती है और पानी के मिलने से मिथेन गैस निकलने लगती है'. (Fire handpumps village band sagar)

गैस के भंडार की संभावना से इनकार: गैस के भंडार या व्यवसायिक उपयोग की संभावनाओं को लेकर प्रोफेसर आरके त्रिवेदी कहते हैं कि, 'उल्दन गांव में इस तरह की संभावना नजर नहीं आती है. क्योंकि ओएनजीसी इस इलाके में पिछले कई सालों से काम कर रही है और उन्होंने दमोह के हटा के पास के इलाके में जरूर इन संभावनाओं को बलवती माना है. लेकिन उल्दन गांव में इस तरह की संभावना नहीं है'.

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