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Azadi Ka Amrit Mahotsav स्वतंत्रता दिवस पर केंद्रीय जेल रीवा और सतना से रिहा हुए 40 बंदी, विभिन्न मामलों की सजा में थे कैद

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Published : Aug 15, 2022, 3:32 PM IST

Updated : Aug 15, 2022, 5:00 PM IST

Azadi Ka Amrit Mahotsav

Azadi Ka Amrit Mahotsav 15 अगस्त के मौके पर रीवा और सतना के केंद्रीय जेल से 20-20 बंदियों की शेष सजा अवधि को माफ करते हुए उन्हें रिहा किया गया. ये कैदी विभिन्न मामलों में सजा काट रहे थे, जिन्हें आज सकुशल घर भेजा गया. Independence Day 2022

रीवा। केंद्रीय जेल रीवा से आज स्वतंत्रता दिवस के 75वीं वर्षगांठ अवसर पर रीवा और सतना के केंद्रीय जेल में वर्षों से कैद अच्छा स्वभाव रखने वाले 20 बंदियों की रिहाई की गई, जिसके बाद जेल प्रबंधन ने कैदियों के जिलों में कलेक्टर और सीईओ को पत्र लिखकर उनके जीवन यापन की व्यवस्था कराने की बात कही है. वहीं जेल से रिहा होते ही सभी कैदी खुशी-खुशी अपने घर के लिए रवाना हुए, इस दौरान परिवार जनों ने नम आंखों से उनका स्वागत किया. बताया जा रहा है कि सभी 20 बंदी हत्या की सजा काटकर जेल से आज बाहर आए हैं. Independence Day 2022

स्वतंत्रता दिवस पर केंद्रीय जेल रीवा से रिहा हुए 20 बंदी

20 कैदियों की हुई रिहाई:स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर केंद्रीय जेल रीवा से रिहा हुए 20 बंदी भारत देश आजादी का अमृत महोत्सव 75 वीं वर्षगांठ के रूप में मना रहा है, इस अवसर पर देश भर में जगह-जगह हर्षोल्लास के साथ लोग खुशियां मना रहे हैं Azadi Ka Amrit Mahotsav तथा स्वतंत्रता संग्राम में अपना बलिदान देने वाले वीर सपूतों को याद किया जा रहा है. ऐसे में हर वर्ष की तरह केंद्रीय जेल रीवा से इस वर्ष भी 20 कैदियों की रिहाई की गई, जिसके बाद वह भी खुशी-खुशी अपने घर के लिए रवाना हो गए. 20 कैदियों की रिहाई के बाद जेल प्रबंधन ने कैदियों के जिलों में कलेक्टर और सीईओ को पत्र लिखकर उनके जीवन यापन कराने की व्यवस्था कराई गई.

सतना जेल से 20 कैदी रिहा

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क्यों होती है कैदियों की रिहाई:जेल में अच्छा स्वभाव रखने वाले कैदियों को हर वर्ष स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस के अवसर पर कैदियों की रिहाई की जाती है. ऐसे में इस वर्ष भी 20 कैदियों की रिहाई हुई. जेल से बाहर आने के साथ ही कैदियों के मन में उत्साह दिखा और कुछ अच्छा कर दिखाने की भावना लेकर बंदी जेल से रिहा हुए और अपने-अपने घर के लिए रवाना हो गए. 19 वर्ष की उम्र हत्या के आरोप में जेल गए दिलीप कहते हैं कि, 19 वर्ष की उम्र में हत्या के आरोप में मुझे सजा हुई थी, जबकि मैंने ये अपराध किया भी नहीं था. अब जेल से रिहा होने के बाद मैं घर जाकर यहां से सीखे हुए गुणों को अपने जीविकोपार्जन के उपयोग में लाऊंगा और एक नई जिंदगी की शुरुआत करूंगा."

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जेल अधीक्षक दीं शुभकामनाएं:जेल अधीक्षक एसके उपध्याय ने सभी 20 बंदियों के अच्छे भविष्य की कामना करते हुए मीडिया से कहा कि, "जेल में अच्छा से स्वभाव रखने वाले आजीवन कारावास की सजा काटने वाले कैदियों को हर वर्ष 15 अगस्त तथा 26 जनवरी के दिन रिहा किया जाता है, जिसके तहत आज एक बार पुनः रीवा जेल से 20 कैदियों की रिहाई की गई है. अब बाकायदा रिहा हुए कैदियों के जिले में कलेक्टर से उनके अच्छे भविष्य के बारे में प्रयास किए जाने पर चर्चा भी की गई है."

सतना जेल से भी 20 कैदी रिहा:रीवा की तरह ही मध्यप्रदेश के सतना जिले के केंद्रीय जेल में 20 सजा काट रहे बंदियों को रिहा किया गया. केंद्रीय जेल सतना में 75वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर आजादी के अमृत महोत्सव के उपलक्ष्य में आजीवन कारावास के 18 एवं छोटी सजा के 2 बंदी जेल मुख्यालय के आदेश एवं राज्य शासन से घोषित परिहार का लाभ प्राप्त कर सजा भुगत कर रिहा हुए. यहां आजीवन कारावास के बंदियों में सतना जिले के 4, छतरपुर के 8, कर्बी (चित्रकूट उत्तर प्रदेश) के 3, पन्ना, बालाघाट, बांदा (उ.प्र.) जिले के एक-एक बंदी सजा भुगत कर रिहा किए गए, इसी प्रकार छोटी सजा के रिहा होने वाले कैदियों में सतना और हमीरपुर (उ.प्र.) जिले का एक-एक बंदी शामिल है.

Last Updated :Aug 15, 2022, 5:00 PM IST

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