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आम बजट पर सीएम कमलनाथ ने साधा निशाना, कहा- प्रदेश के हितों पर हुआ कुठाराघात

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Published : Feb 1, 2020, 5:43 PM IST

Updated : Feb 1, 2020, 10:37 PM IST

मुख्यमंत्री कमलनाथ ने आम बजट को प्रदेश के हितों पर कुठाराघात बताया है. सीएम ने कहा कि यह बजट आंकड़ों के मायाजाल से ज्यादा कुछ नहीं है. यह बजट देश के लिए निराशाजनक और हवाई सपने दिखा रहा है.

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सीएम कमलनाथ की बजट पर प्रतिक्रिया

भोपाल।आम बजट पर मुख्यमंत्री कमलनाथ ने जमकर निशाना साधा, सीएम ने ट्वीट करते हुए लिखा है आज देश की वित्त मंत्री द्वारा पेश आम बजट का भाषण लंबा ज़रूर है. लेकिन यह पूरी तरह से आंकड़ों के मायाजाल में घिरा हुआ है. यह बजट देश के लिए निराशाजनक और हवाई सपने दिखाने से ज्यादा कुछ भी नहीं है.

कमलनाथ, सीएम

सीएम ने लिखा की गांव, गरीब, किसान, युवा, रोज़गार और महिलाओं की सुरक्षा को लेकर बजट में कुछ भी नहीं है. बेरोजगारी दूर करने के लिए और युवाओं को रोज़गार देने का कोई ज़िक्र तक इस बजट में नहीं है. किसानों की आय दोगुनी के हमेशा की तरह एक बार फिर खोखले सपने इसमें दिखाये गये. इसमें कई पुरानी योजनाओं को सजाकर दोबारा शामिल किया गया है. देश के विकास, प्रगति के रोडमैप और गिरती अर्थव्यवस्था व महंगाई को रोकने की कार्य योजना का पूरी तरह से अभाव इस बजट में नज़र आया है.

बजट में ग्रामीण क्षेत्रों की उपेक्षा
मुख्यमंत्री कमलनाथ ने लिखा कि, देश का बड़ा हिस्सा ग्रामीण क्षेत्र में बसता है उसकी पूरी तरह से उपेक्षा इस बजट में की गयी. जितने झूठे सपने पिछले सभी बजट में अभी तक मोदी सरकार ने देश को दिखाये हैं. जिसकी मोदी भक्त खुल कर तारीफ़ करते थे. यदि वो सब पूरे हुए होते तो देश की अर्थव्यवस्था की यह दुर्गति कभी नहीं देखने को मिलती.

सीएम ने कहा कि प्रदेश की केंद्रीय करों में मिलने वाले हिस्सेदारी में 11,556 करोड़ की कटौती पुनरीक्षित अनुमान में की गयी है. पिछली 2,677 करोड़ की कटौती मिलाकर यह 14,233 करोड़ कुल हो गयी है. यह मध्यप्रदेश के हितों के लिए कुठाराघात है.

Intro:भोपाल- संसद में आज केन्द्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आम बजट पेश किया। बजट को लेकर प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने केन्द्र सरकार पर जमकर हमला बोला है। कमलनाथ ने ट्वीट करते हुए लिखा है कि, आज देश की वित्त मंत्री द्वारा पेश आम बजट का भाषण लंबा ज़रूर है लेकिन पूरी तरह से आँकड़ो का मायाजाल होकर, देश के लिये निराशाजनक और हवाई सपने दिखाने वाला है।






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इसमें गाँव- ग़रीब- किसान- युवा - रोज़गार और महिलाओं की सुरक्षा को लेकर कुछ भी नहीं है। बेरोज़गारी दूर करने के लिये और युवाओं को रोज़गार देने का कोई ज़िक्र तक इस बजट में नहीं है। किसानो की आय दोगुनी के हमेशा की तरह एक बार फिर खोखले सपने इसमें दिखाये गये है। इसमें कई पुरानी योजनाओं को सजाकर दोबारा शामिल किया गया है। देश के विकास , प्रगति के रोडमैप और गिरती अर्थव्यवस्था व महंगाई को रोकने की कार्ययोजना का पूरी तरह से अभाव इस बजट में नज़र आया है। देश का बड़ा हिस्सा ग्रामीण क्षेत्र में बसता है उसकी पूरी तरह से उपेक्षा इस बजट में की गयी है।Conclusion:जितने झूठे सपने पिछले सभी बजट में अभी तक मोदी सरकार ने देश को दिखाये है। जिसकी मोदी भक्त खुल कर तारीफ़ करते थे। यदि वो सब पूरे हुए होते तो देश की अर्थव्यवस्था की यह दुर्गति कभी नहीं देखने को मिलती। प्रदेश की केंद्रीय करो में मिलने वाले हिस्सेदारी में 11,556 करोड़ की कटौती पुनरीक्षित अनुमान में की गयी है। पिछली 2,677 करोड़ की कटौती मिलाकर यह 14,233 करोड़ कुल हो गयी है। प्रदेश के हितो के साथ यह कुठाराघात है।
Last Updated : Feb 1, 2020, 10:37 PM IST

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