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कोल्हान की दीप्ति बोदरा ने ऑल इंडिया इंटर यूनिवर्सिटी आर्चरी चैंपियनशिप में जीता गोल्ड, बढ़ाया झारखंड का मान

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Published : Feb 28, 2022, 4:53 PM IST

कोल्हान यूनिवर्सिटी की दीप्ति बोदरा ने राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता में गोल्ड मेडल जीता है. दीप्ति की इस सफलता से कोल्हान यूनिवर्सिटी समेत उसके पूरे गांव में खुशी की लहर है. दीप्ति बचपन से ही तीरंदाजी की शौकीन है और आभावों के बीच भी उसके पिता ने उसकी ट्रेनिंग जारी रखी.

Kolhan university
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चाईबासा: कोल्हान यूनिवर्सिटी की तीरंदाज दीप्ति बोदरा ने पंजाब में चल रही ऑल इंडिया इंटर यूनिवर्सिटी आर्चरी चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक हासिल कर झारखंड का मान बढ़ाया है. दीप्ति बोदरा की इस सफलता से कोल्हान यूनिवर्सिटी में खुशी की लहर है.

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गुरुवार को 50 मीटर स्पर्धा में कांस्य पदक जीतने वाली दीप्ति बोदरा महिला वर्ग की ओवरऑल रैकिंग में गोल्ड मेडल विजेता बनी है. दीप्ति ने 50 मीटर स्पर्धा में 296 और 30 मीटर स्पर्धा में 315 अंक प्राप्त किए, कुल मिलाकर उसने 611 अंकों के साथ ओवरऑल रैंकिंग में शीर्ष स्थान हासिल किया. साथ ही स्वर्ण पदक भी अपने नाम किया. दीप्ति बोदरा की झोली में अब दो पदक आ चुके हैं.

बचपन से ही तीरंदाजी की शौकीन है दीप्ति बोदरा: कोल्हान यूनिवर्सिटी की तीरंदाजी टीम इस समय पंजाब के मोहाली में चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी के मेजबानी में आयोजित ऑल इंडिया इंटर यूनिवर्सिटी आर्चरी चैंपियनशिप में भाग ले रही है. जिसमें दीप्ति बोदरा की सफलता से उसके पैतृक गांव तांतनगर प्रखंड के सासे गांव में भी खुशी का माहौल है. दीप्ति के पिता मोटाय बोदरा व माता बुरसू बोदरा ने कहा कि हमें बेटी की इस सफलता पर नाज है. दीप्ति बचपन से ही तीरंदाजी की शौकीन रही है, लेकिन हमें इतनी उम्मीद नहीं थी कि वह एक दिन राष्ट्रीय स्तर की किसी प्रतियोगिता में ओवरऑल रैंकिंग में टॉप करेगी और गोल्ड मेडल जीतेगी. उन्होंने कहा कि बेटी की प्रतिभा को देखते हुए हमने कभी उसके खेल में रुकावटें नहीं आने दीं. किसी तरह पैसे की व्यवस्था कर चाईबासा में किराये का मकान लेकर कोल्हान यूनिवर्सिटी में पढ़ाते हैं और साथ ही तीरंदाजी की ट्रेनिंग भी दिलवा रहे हैं.

दीप्ति के माता-पिता को बेटी की सफलता पर नाज

दीप्ति के पिता मोटाय बोदरा ने कहा कि कई बार अच्छे तीर-धनुष के लिए पैसे भी कम पड़ जाते हैं. फिर भी किसी तरह मैनेज कर उसे आगे बढ़ाते रहे. मुझे खुशी है कि आज इसका फल मिलने लगा है. मोटाय बोदरा ने कहा कि जिस दिन बेटी ओलंपिक में पदक जीतेगी, उस दिन मेरा सपना पूरा हो जायेगा. पिता मोटाय बोदरा खेती और बागवानी करके जीविका चलाते हैं, जबकि मां गृहिणी हैं. वहीं, पड़ोसी गोपाल बोदरा ने भी दीप्ति की इस उपलब्धि पर बहुत खुशी जाहिर की.

कोल्हान यूनिवर्सिटी की तीरंदाजी टीम

तीरंदाज गुनाराम पुरती ने भी जीता पदक: देश भर के विश्वविद्यालयों से आए खिलाड़ियों को हराकर विश्वविद्यालय स्तरीय नेशनल रैंकिंग में टॉप पोजीशन हासिल करना आसान नहीं है, लेकिन दीप्ति बोदरा ने यह जीत हासिल की है. इस चैंपियनशिप में रविवार को कोल्हान यूनिवर्सिटी का प्रतिनिधित्व करते हुए तीरंदाज गुनाराम पुरती ने भी पदक जीता है. कुमारडुंगी प्रखंड के कुटियापदा निवासी गुनाराम पुरती ने इंडिविजुअल ओलंपिक राउंड में कांस्य पदक जीता है. गुनाराम पुरती कुमारडुंगी स्थित सरकारी तीरंदाजी प्रशिक्षण केंद्र के प्रशिक्षु हैं. फिलहाल वह कोल्हान यूनिवर्सिटी के पीजी विभाग में सेमेस्टर-वन के छात्र हैं.

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