ऊना:पशुपालन व्यवसाय से जुड़े लोगों के लिए एक अच्छी खबर सामने आई है. पशुओं के लिए चारे का उत्पादन पशुपालक अब एक बंद कमरे में भी कर सकेंगे. मशरूम उत्पादन के क्षेत्र से सफर शुरू करने वाले जिला ऊना के अग्रणी किसान युसूफ खान ने हाइड्रोपोनिक तकनीक से पशुपालन व्यवसाय को एक नई राह दिखाने का प्रयास किया है.
कमरे के अंदर उगा सकते हैं पशुओं के लिए चारा
ऊना हिमाचल प्रदेश का एक गर्म इलाका है. ऊना के अग्रीणी किसान युसूफ खान ने हाइड्रोपोनिक तकनीक से सब्जी-मशरूम उत्पादन करने के बाद पशुओं के लिए चारा भी तैयार कर दिया है. इस तकनीक का पशुपालन व्यवसाय से जुड़े लोगों को काफी लाभ भी मिलने वाला है. हाइड्रोपोनिक विधि में मिट्टी के बिना या किसी अन्य मृदा संबंधित तत्व से चारे का उत्पादन किया जा सकता है. हाइड्रोपोनिक विधि में पानी के जरिए उत्पादन किया जाता है. हाइड्रोपोनिक विधि से तैयार चारा खाने से पशु का दूध गाढ़ा होगा और दूध उत्पादन में भी बढ़ोतरी होगी. इस चारे को तैयार होने में मात्र 7 से 10 दिन का समय लगता है. इस विधि के लिए ज्यादा जगह की जरूरत नहीं होती. कमरे के अंदर ही किसान पशुओं के लिए चारा तैयार कर सकते हैं.