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जिस बागी उम्मीदवार को पीएम मोदी ने किया था फोन, जानें कितने मिले वोट ?

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Published : Dec 9, 2022, 5:50 PM IST

कांगड़ा जिले की फतेहपुर सीट से निर्दलीय चुनाव लड़े कृपाल परमार हार गए हैं. ये वही शख्स हैं जिनका चुनाव से पहले एक ऑडियो वायरल हुआ था. जिसमें खुद प्रधानमंत्री मोदी ने उन्हें फोन कर चुनाव से नाम वापस लेने को कहा था. पढ़ें पूरी खबर. (Independent Candidate Kripal Parmar lost Fatehpur Seat) (PM Modi Call Kripal Parmar)

Independent Candidate Kripal Parmar lost Fatehpur Seat
बीजेपी के बागी कृपाल सिंह

कांगड़ा:हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस को पूर्ण बहुमत मिला है. नतीजे बता रहे हैं कि रिवाज बदलने का दावा करने वाली बीजेपी का खेल एक हद तक बागियों ने भी बिगाड़ा है. चुनाव प्रचार और नामांकन के दौरान बागी सुर्खियों में बने रहे. खासकर बीजेपी के बागियों ने जिस तरह से झंडा बुलंद किए रखा उससे सियासी जानकार बीजेपी को नुकसान का अंदेशा पहले ही जता रहे थे. (Himachal Pradesh Election Result 2022) (Rebels of BJP in Himachal pradesh)

पीएम मोदी ने किया बागी उम्मीदवार को फोन-बागियों की बारात देखकर बीजेपी ने उनपर एक्शन तो लिया लेकिन बागियो के चुनाव लड़ने का डर भी था. शायद यही वजह थी कि बीजेपी के एक बागी को पीएम मोदी ने फोन करके नाम वापस लेने के लिए कहा. कांगड़ा जिले की फतेहपुर सीट से बीजेपी के बागी उम्मीदवार कृपाल परमार थे. जिनकी पीएम मोदी के साथ फोन पर बातचीत का एक वीडियो खूब वायरल हुआ. जिसमें पीएम मोदी कृपाल परमार को नाम वापस लेने के लिए कह रहे थे. लेकिन ये सब नामांकन प्रक्रिया खत्म होने के बाद हुआ जिसके चलते कृपाल परमार नामांकन वापस नहीं ले पाए.

फतेहपुर सीट पर क्या रहा नतीजा-फतेहपुर विधानसभा सीट पर कांग्रेस उम्मीदवार ने बीजेपी उम्मीदवार को 7 हजार से ज्यादा वोटों से हराया. कांग्रेस के भवानी सिंह पठानिया को 33,238 वोट मिले,जबकि बीजेपी उम्मीदवार और कैबिनेट मंत्री राकेश पठानिया को 25884 वोट मिले. बीजेपी के बागी उम्मीदवार के रूप में निर्दलीय चुनाव लड़ रहे कृपाल परमार ने 2811 (4.38%) वोट हासिल किए और वो तीसरे नंबर पर रहे. (Kripal Parmar Result) (Fatehpur Assembly Seat result) (BJP Rebel Kripal Parmar Lost)

कृपाल परमार ने क्यों लड़ा निर्दलीय चुनाव-दरअसल बीजेपी ने कांगड़ा जिले की नूरपुर सीट से विधायक और हिमाचल सरकार के मंत्री राकेश पठानिया की सीट बदल दी और उन्हें फतेहपुर से चुनावी मैदान में उतारा. जहां से कृपाल परमा टिकट की उम्मीद लगाए बैठे थे. जिसके बाद टिकट ना मिलने के कारण उन्होंने आजाद प्रत्याशी के रूप में नामांकन भर दिया.

वायरल वीडियो में क्या था- दरअसल वायरल वीडियो (Modi And Kripal Parmar Viral Video) में कृपाल परमार फोन पर बात करते नजर आ रहे हैं. जिसमें परमार फोन पर मोदी जी कहकर संबोधित कर रहे हैं. दूसरी तऱफ से फोन पर आवाज सुनाई देती है कि 'मेरा तुम पर हक है, मैं कुछ नहीं सुनूंगा और ये नहीं चलेगा. मेरा कृपाल ये नहीं कर सकता'. जिसपर कृपाल परमार कहते हैं कि नड्डा जी ने मुझे 15 साल जलील किया है. दूसरी ओर से आवाज सुनाई देती है कि 'अगर तुम्हारी जिंदगी में मेरा कोई रोल है और मैंने तुम्हें फोन किया है तो इसे कम मत आंकना, बाकी जिम्मेदारी मेरी'. जिस पर कृपाल परमार कहते हैं कि ये मेरे लिए ये भगवान का आदेश है. लेकिन परमार कहते हैं कि ये दो दिन पहले कहते तो ठीक था. परमार के मुताबिक नामांकन वापसी का अंतिम दिन निकलने के बाद उनकी फोन पर ये बातचीत हुई थी. इसलिये वो नामांकन वापस नहीं ले सकते थे.

कौन है कृपाल परमार- कृपाल परमार पूर्व राज्यसभा सांसद (Who is Kripal Parmar) हैं. परमार ने 2012 में भी परमार की बीजेपी से टिकट की मांग अधूरी रही थी. 2017 में पार्टी ने उन्हें फतेहपुर से टिकट दिया लेकिन वो सुजान सिंह पठानिया से चुनाव हार गए. 2020 में सुजान सिंह पठानिया का निधन होने के बाद 2021 उपचुनाव में भी कृपाल परमार ने टिकट की मांग की लेकिन पार्टी ने उनकी जगह अर्जुन सिंह को टिकट दे दिया था. बताया जाता है कि उस वक्त भी परमार ने निर्दलीय चुनाव लड़ने की तैयारी कर ली थी लेकिन सीएम और अन्य नेताओं के मना लिया. 2022 विधानसभा चुनाव को लेकर परमार को फिर से टिकट की उम्मीद थी लेकिन पार्टी ने वन मंत्री राकेश पठानिया की सीट बदलकर उन्हें फतेहपुर से टिकट दिया औऱ फिर कृपाल परमार ने निर्दलीय नामांकन भर दिया. बीजेपी नेताओं ने मनाने की कोशिश की लेकिन परमार चुनाव लड़ने पर अड़े रहे. इसके बाद पार्टी ने उन्हें 6 साल के लिए बाहर कर दिया.

पीएम के फोन के बाद कृपाल परमार ने क्या कहा था: कृपाल परमार के मुताबिक नामांकन वापसी के आखिरी दिन के अगले दिन 30 अक्टूबर को किसी और के फोन पर कॉल आया था. कृपाल परमार फोन नहीं उठा रहे थे इसलिये किसी अन्य बीजेपी नेता के फोन पर मेरी बातचीत पीएम से हुई और किसी ने इस बातचीत का वीडियो बना लिया, जो वायरल हो गया. कृपाल परमार ने कहा कि मेरे साथ 5 साल से प्रताड़ना हो रही थी. मुझे वो सम्मान नहीं मिला जिसका मैं हकदार था. अगर मेरी विदाई चाहते थे तो मैं चाहता था कि आदरपूर्वक विदाई हो लेकिन जलालत की हद होने पर मैंने निर्दलीय लड़ने का फैसला लिया. परमार ने कहा कि पार्टी में जब तक कार्यकर्ताओं की अनदेखी होगी तो ऐसा होता रहेगा.

(PM Modi Call Kripal Parmar) (Rebel BJP leader Kripal Parmar)

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