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काम के बोझ से तंग आकर मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर ने दिया इस्तीफा

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Published : Sep 21, 2019, 8:49 AM IST

चंबा मेडिकल कॉलेज में रोजाना महिला ओपीडी में चार से पांच सौ महिलाएं जांच करवाती हैं. इतना ही नहीं महिला वार्ड में हर समय दो दर्जन से अधिक महिलाएं इलाज के लिए भर्ती रहती हैं. ऐसे में एक चिकित्सक के लिए इन सेवाओं को सुचारु रखना मुश्किल होगा.

फाइल फोटो

चंबा: मेडिकल कॉलेज के गायनी विभाग के एक और विशेषज्ञ डॉक्टर ने काम के बोझ से तंग आकर नौकरी से इस्तीफा दे दिया है. इसको लेकर विशेषज्ञ ने मेडिकल कॉलेज प्रबंधन को लिखित रूप से इस्तीफा भी दे दिया है. प्रबंधन की ओर से डॉक्टर के इस्तीफे को सरकार के पास भेजा गया है. प्रबंधन का कहना है कि इसकी मंजूरी और नामंजूरी सरकार तय करेगी.

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बता दें कि फिलहाल चंबा मेडिकल कॉलेज का गायनी विभाग एक ही चिकित्सक के सहारे रह गया है. पहले दो चिकित्सक अपनी सेवाएं दे रहे थे, लेकिन एक चिकित्सक के नौकरी छोड़ने से विभाग एक डॉक्टर के कंधों पर चल रहा था. चिकित्सा अधीक्षक डॉ. विनोद शर्मा ने बताया कि गायनी विभाग से एक डॉक्टर ने इस्तीफा दिया है. इस्तीफे को सरकार को भेज दिया जाएगा. गायनी विभाग में सरकार की ओर से अन्य डॉक्टर के ऑर्डर किए गए हैं. जो जल्द ही ज्वाइन कर सकते हैं.

Intro:काम के बोझ से तंग आकर मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर ने नौकरी से दिया इस्तीफा, अब एक डाक्टर पे दर्जनों से अधिक गर्भवती महिलाओं का जिम्मा ,

चंबा मेडिकल कॉलेज के गायनी विभाग के एक और विशेषज्ञ डॉक्टर ने काम के बोझ से तंग आकर नौकरी से इस्तीफा दे दिया है। इसको लेकर विशेषज्ञ ने मेडिकल कॉलेज प्रबंधन को लिखित रूप से इस्तीफा भी दे दिया है। इस्तीफा देने के बाद से वह अस्पताल में सेवाएं देने के लिए नहीं आ रही हैं। प्रबंधन की ओर से डॉक्टर के इस्तीफे को सरकार के पास भेजा गया है। इसकी मंजूरी और नामंजूरी सरकार तय करेगी। फिलहाल चंबा मेडिकल कॉलेज का गायनी विभाग अब एक ही चिकित्सक के सहारे रह गया था। पहले यह विभाग दो चिकित्सक सेवाएं दे रहे थे। Body:मगर एक चिकित्सक के नौकरी छोड़ने से विभाग एक डॉक्टर के कंधों पर आ गया है। समय रहते सरकार ने विभाग में अन्य डॉक्टरों की तैनाती नहीं की तो मरीजों की समस्याएं और बढ़ जाएंगी। चंबा मेडिकल कॉलेज में महीने में 300 से अधिक प्रसव होते हैं। इसके अलावा रोजाना महिला ओपीडी में चार से पांच सौ महिलाएं जांच करवाती हैं। Conclusion:इतना ही नहीं महिला वार्ड में हर समय दो दर्जन से अधिक महिलाएं इलाज के लिए भर्ती रहती हैं। ऐसे में एक चिकित्सक के लिए इन सेवाओं को सुचारु रखना मुश्किल होगा। चंबा मेडिकल कॉलेज में सरकार डॉक्टर की तैनाती करने की पिछले कई दिनों से घोषणाएं कर रही है। मगर डॉक्टरों की तैनाती असलियत में नहीं हो पा रही है। इसलिए सरकार को गंभीरता दिखाते हुए डॉक्टरों की तैनाती करनी होगी।
चिकित्सा अधीक्षक डॉ. विनोद शर्मा ने बताया कि गायनी विभाग से एक डॉक्टर ने इस्तीफा दिया है। उसे सरकार को भेज दिया जाएगा। गायनी विभाग में सरकार की ओर से अन्य डॉक्टर के ऑर्डर किए गए हैं। जो जल्द ही ज्वाइन कर सकते हैं।

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