शिमला:हिमाचल प्रदेश में इसी साल विधानसभा चुनाव (Himachal Assembly Elections 2022) होने हैं. नवंबर में चुनाव होने की संभावनाएं हैं. राज्य निर्वाचन विभाग में (Himachal Election Department) इसके लिए तैयारियां जोरों पर हैं. प्रदेश में कुल 68 विधानसभा क्षेत्र हैं. इनमें पहले 7813 मतदान केंद्र थे. राज्य में 68 नए मतदान केंद्र जोड़े गए हैं. अब (Number of Polling Stations in Himachal) मतदान केंद्रों की संख्या 7881 हो गई है. हिमाचल के मुख्य निर्वाचन अधिकारी मनीष गर्ग के अनुसार मतदाता सूचियों में सभी पात्र लोगों खासकर युवाओं के नाम शामिल करने के लिए केंद्रीय निर्वाचन आयोग ने साल में चार कट ऑफ डेट्स निर्धारित की हैं.
केंद्रीय निर्वाचन आयोग (central election commission) ने लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम की धारा 14 (बी) में संशोधन करके मतदाताओं के पंजीकरण के लिए 1 जनवरी, 1 अप्रैल, 1 जुलाई और 1 अक्टूबर कट ऑफ डेट्स निर्धारित की हैं. आयोग के इस निर्णय से युवाओं को आने वाले समय में हिमाचल प्रदेश, गुजरात और जम्मू और कश्मीर में होने वाले विधानसभा चुनावों के लिए खुद को नए मतदाता के रूप में नामांकित करने में मदद मिलेगी. मनीष गर्ग ने बताया कि पहले मतदाताओं के पंजीकरण के लिए कट ऑफ डेट यानी योग्य तिथि 1 जनवरी होती थी. इससे कई युवा मतदाता के रूप में अपना पंजीकरण करवाने से वंचित रह जाते थे. मनीष गर्ग ने बताया कि मतदाता सूचियों को आधार नंबर से जोड़ने की प्रक्रिया पहली अगस्त से शुरू कर दी गई है.
यदि कोई मतदाता अपने आधार नंबर को मतदाता सूचना कार्ड से लिंक नहीं करना चाहता है तो उस मतदाता का नाम नहीं हटाया जाएगा. मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि आयोग ने निर्वाचन क्षेत्र बदलने, निवास स्थान बदलने और मतदाताओं द्वारा मतदाता सूची में दर्ज किए गए व्यक्ति के विवरण में सुधार करने की प्रक्रिया को भी सरल बनाया है. वीएचए और एनवीएसपी पर उपलब्ध फॉर्म 8 भर कर इसमें सुधार किया जा सकता है. उन्होंने कहा कि मतदाता इस संबंध में बूथ स्तर के अधिकारियों (बीएलओ) से भी संपर्क कर सकते हैं.