सोनीपतःप्रदेश में स्वास्थ्य सेवाएं चरमरा रही हैं. जिसका जीता जागता उदाहरण सरकारी अस्पताल की कंडम हो चुकी एंबुलेंस (Ambulance condition deteriorated in Sonipat) हैं. ये एंबुलेंस घायल मरीजों को अस्पताल पहुंचाने के लिए हैं लेकिन इनकी खुद की सेहत खराब है. अस्पताल में खडे़ खड़े ये कंडम हो रही हैं और 10 लोगों के धक्का लगाने से भी स्टार्ट नहीं होती हैं.
सोनीपत में बीच सड़क खराब हुई एंबुलेंस, 10 कर्मचारियों ने धक्का देकर किया स्टार्ट
हरियाणा सरकार बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं देने के लाख दावे करे लेकिन सच्चाई कुछ और ही है. हाल ये है कि मरीजों को अस्पताल पहुंचाने वाली एंबुलेंस का खुद का स्वास्थ्य खराब हो रहा है. बीच सड़क खराब हुई एंबुलेंस को धक्का देकर स्टार्ट करना पड़ा.
सोनीपत में एंबुलेंस को धक्का लगाकर स्टार्ट करने की वीडियो सामने आया है. उसे स्टार्ट करने में स्वास्थ्य विभाग (health Department haryana) के कर्मचारियों के पसीने छूट गए. जब स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से एंबुलेंस को धक्का लगाने के बारे में पूछा गया तो किसी ने कोई जवाब नहीं दिया. एंबुलेंस की खस्ता हालत के लिए सीएमओ जय किशोर को कई बार फोन मिलाया गया लेकिन उन्होंने भी फोन नही उठाया.
स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज से लेकर मुख्यमंत्री मनोहर लाल के बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं के दावों की ये एंबुलेंस पोल खोल रही हैं. स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज (Health Minister Anil Vij haryana) अपनी कार्यप्रणाली को लेकर हमेशा सुर्खियों में रहते हैं. कई बार अस्पतालों का औचक निरीक्षण कर अधिकारियों को चौंका भी देते हैं. लापरवाही बरतने वाले कर्मचारियों को तुरंत निलंबित भी कर देते हैं. लेकिन सोनीपत के नागरिक अस्पताल में तैनात अधिकारी अनिल विज के ऑन दा स्पॉट फैसलों से रूबरू नहीं है. क्योंकि अनिल विज ने आज तक सोनीपत नागरिक अस्पताल का दौरा नहीं किया है और ना ही किसी अधिकारी पर अनिल विज की टेढ़ी निगाहें पड़ी है.