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विश्व चैंपियनशिप में गोल्ड के बाद बेटे से घर वालों को ओलंपिक में स्वर्ण की उम्मीद

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Published : Dec 20, 2020, 3:31 PM IST

Updated : Dec 20, 2020, 5:57 PM IST

भारतीय मुक्केबाज अमित पंघाल ने जर्मनी के कोलोन में चल रहे बॉक्सिंग वर्ल्ड कप में गोल्ड मेडल अपने नाम कर लिया है. अमित पंघाल के इतिहास रचने के बाद उनके गांव में खुशी का माहौल है. वहीं परिजन लड्डू बांटकर खुशी जाहिर कर रहे हैं.

Boxing World Cup 2020 amit panghal gold medal
अमित पंघाल के गोल्ड मेडल से परिजनों में खुशी, बधाई देने वालों का लगा तांता

रोहतकःहरियाणवी बॉक्सर अमित पंघाल ने जर्मनी में गोल्ड मेडल जीतकर देश का सिर फक्र से ऊंचा किया है. अमित पंघाल के इतिहास रचने के बाद उनके गांव रोहतक के मायना में खुशी का माहौल है. वहीं परिजन लड्डू बांटकर खुशी जाहिर कर रहे हैं. अमित पंघाल के माता-पिता का कहना है कि लॉकडाउन में प्रॉपर तरीके से अमित प्रैक्टिस भी नहीं कर पाए थे. लेकिन गोल्ड मेडल जीतकर उम्मीद जग गई है कि पहली बार ओलंपिस मे भारत का गोल्ड आएगा.

गांव में खुशी का माहौल

भारतीय बॉक्सर अमित पंघाल ने जर्मनी के कोलोन में चल रहे बॉक्सिंग वर्ल्ड कप में गोल्ड मेडल पर कब्जा जमाया. शनिवार को 52 किग्रा के फाइनल में उनके जर्मनी के प्लेयर के नाम वापस लेने की वजह से बिना मुकाबला खेले पंघाल ने गोल्ड जीत लिया. पंघाल को जर्मनी के अर्गिश्ती टेरेटियन ने वाकओवर दिया. अमित पंघाल की इस जीत पर मायना गांव में खुशी का माहौल है.

अमित पंघाल के गोल्ड मेडल से परिजनों में खुशी, बधाई देने वालों का लगा तांता

बधाई देने वालों का लगा तांता

सुबह से ही अमित पंघाल के घर बधाई देने वालो का तांता लगा हुआ है. परिजन लड्डू बांटकर खुशी मन रहे हैं. अमित पंघाल के पिता बिजेन्दर पंघाल का कहना है अमित ने हिम्मत नहीं हारी और गोल्ड मेडल लेकर आया है. उन्होंने कहा अमित की उपलब्धि से पूरे गांव में खुशी का माहौल है और बधाई देने वालो का तांता लगा हुआ है. अमित की मां उषा देवी का कहना है कि अब उन्हें उम्मीद है कि अमित ओलंपिस में भी गोल्ड लेकर आएगा.

घरवालों में खुशी का माहौल

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अमित ने लपका गोल्ड

भारतीय बॉक्सर अमित पंघाल ने जर्मनी के कोलोन में चल रहे बॉक्सिंग वर्ल्ड कप में गोल्ड मेडल जीत लिया है. शनिवार को 52 किलोग्राम भार वर्ग के फाइनल में उनके प्रतिद्वंदी जर्मनी के प्लेयर अर्गिश्ती टेरेटियन ने नाम वापस ले लिया. जिसकी वजह से बिना मैच खेले ही पंघाल ने गोल्ड जीत लिया. पंघाल को जर्मनी के बॉक्सर अर्गिश्ती टेरेटियन ने वॉकओवर दे दिया.

पिता को ओलंपिक में स्वर्ण की उम्मीद

पंघाल के अलावा सतीश कुमार (91 किग्रा) चोट की वजह से नहीं खेल सके और उन्हें सिल्वर मेडल से ही संतोष करना पड़ा. सतीश शुक्रवार को सेमीफाइनल में फ्रांस के जामिली डिनि मोइजे को हराकर फाइनल में पहुंचे थे. चोट की वजह से उन्हें जर्मनी के नेल्वी टायफैक को वॉकओवर देना पड़ा.

विश्व चैंपियनशिप में रजत पदक जीतने वाले पहले भारतीय बने

अमित की उपलब्धियां-

अमित पंघाल एशियाई प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक जीतने के बाद विश्व चैंपियनशिप में रजत पदक जीतने वाले पहले भारतीय बने.

  • राष्ट्रीय मुक्केबाजी चैंपियनशिप 2017 स्वर्ण
  • एशियन चैंपियनशिप 2017 में कांस्य
  • राष्ट्रमंडल खेल 2018 में रजत
  • 2018 एशियाई खेलों में गोल्ड
  • एशियन चैंपियनशिप 2019 रजत
  • वर्ल्ड बॉक्सिंग चैंपियनशिप 2019 रजत
  • स्ट्रांदजा मेमोरियल में लगातार दो बार स्वर्ण
    भारतीय सेना में जेसीओ के पद पर कार्यरत

विस्तार से जानें अमित पंघाल के बारे मेंः

बॉक्सर अमित पंघाल हरियाणा के रोहतक जिले में मायना गांव के रहने वाले हैं. इनका जन्म 16 अक्तूबर 1995 में हुआ है. मात्र 22 साल की उम्र में ओलंपिक गोल्ड मेडलिस्ट को हराकर इस खिलाड़ी ने इतिहास रचा था. अमित पंघाल मार्च 2018 से भारतीय सेना में जेसीओ के पद पर कार्यरत हैं. पिता विजेंदर सिंह पेशे से किसान हैं. उनके बड़े भाई अजय भी भारतीय सेना में कार्यरत हैं.

Last Updated :Dec 20, 2020, 5:57 PM IST

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