पानीपत: हरियाणा के जिला पानीपत में मंगलवार को जैन धर्म के 24वें तीर्थंकर भगवान महावीर जयंती बड़ी ही श्रद्धा से मनाई गई. मुख्य अतिथि के रूप में देश के पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय कार्यक्रम में पहुंचे. पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद व हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने कार्यक्रम का शुभारंभ भारतीय परंपरा के अनुसार दीप प्रज्वलित कर किया. पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने उपस्थित जनसमूह को भगवान महावीर जयंती की शुभकामनाएं दीं.
उन्होंने कहा कि भारत की ताकत अहिंसा और सर्वकल्याण की भावना है. भगवान महावीर ने मानवता को अहिंसा का संदेश दिया. उनके दिखाए रास्ते पर चलकर हम बड़ी से बड़ी चुनौती को पार कर सकते हैं. उन्होंने कहा कि जिस कालखंड में भगवान महावीर हुए उसी कालखंड में भगवान बुद्ध भी हुए. बिहार के राज्यपाल रहते हुए मुझे इन दोनों विभूतियों के बारे में जानने का अवसर मिला. दोनों ने लोक कल्याण के लिए जीवन समर्पित किया. बिहार में भगवान महावीर की जन्मस्थली और निर्वाण स्थली है. दोनों स्थलों के दर्शन जैन समुदाय ही नहीं सभी लोगों को करने चाहिए. इन दोनों स्थानों के दर्शन से नई प्रेरणा मिलती है.
वहीं, पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि भारत देश विश्व शक्ति का हिस्सा बन चुका है. लेकिन, कुछ लोगों को अभी भी इस बात को लेकर भ्रम है. उन्हें समझना चाहिए कि भारत विश्व शक्ति है. भ्रम कर रहे लोग कहते हैं कि भारत विश्व गुरु बनने की बात करता है. लेकिन जब वो विश्व शक्ति बन गया है तो विश्वगुरु भी है. इस बात का उदाहरण देते हुए उन्होंने रूस और यूक्रेन युद्ध का जिक्र किया. उन्होंने कहा कि रूस और यूक्रेन में हो रहे युद्ध का विराम हो सकता है, तो वह भारत के दिखाए रास्ते से से ही सम्भव है.
साथ ही उन्होंने कहा कि यह एक तरह से विश्व युद्ध है. केवल यूक्रेन नहीं पूरी मानवता का नुकसान हो रहा है. युद्ध शुरू होते ही वहां पर मौजूद भारतीय नागरिक वापस आना चाहते थे. लेकिन, उनको वापस लाने के लिए सबने हाथ खड़े कर दिए. यहां तक कहा गया कि जिस तरह से माता-पिता ने बच्चों को वहां भेजा उसी तरह से उनको वापस लाने का बंदोबस्त भी करें. लेकिन, उस समय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ही थी जो भारतीय नागरिकों को वहां से वापस लाए. उनकी सूझबूझ से हर बच्चे को वहां से सुरक्षित निकाला गया.