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टेनिस छोड़ बॉक्सिंग में बनाया करियर, हर्ष गिल एशिया में पहले नंबर पर पहुंचे

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Published : Mar 29, 2023, 4:24 PM IST

लगातार नो फाइट जीतने के बाद प्रोफेशनल बॉक्सर हर्ष गिल एशिया में पहले नंबर पर पहुंचे हैं. हर्ष गिल ने ईटीवी भारत से बातचीत की है. बातचीत में उन्होंने अपने करियर के बारे में बताया है. (Haryana Professional boxer Harsh Gill)

Haryana Professional boxer Harsh Gill
प्रोफेशनल बॉक्सर हर्ष गिल

अंतरराष्ट्रीय बॉक्सिंग चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीता

फरीदाबाद: जिले के प्रोफेशनल बॉक्सर पूरी दुनिया में देश का नाम रोशन कर रहे हैं. 25 मार्च को गुरुग्राम में आयोजित प्रोफेशनल बॉक्सिंग में तंजानिया के बॉक्सर शहीद मबेलवा को हराकर हर्ष गिल लगातार 9 फाइट जीतने वाले बॉक्सर बन गए हैं. इसके अलावा पूरे एशिया में भी हर्ष गिल लगातार 9 फाइट जीतकर पहले रैंक पर पहुंच गए हैं. हर्ष गिल का गेम लगातार निखरता जा रहा है. हर्ष गिल अभी तक कई राष्ट्रीय, अंतरराष्ट्रीय पदक हासिल कर चुके हैं.

अंतरराष्ट्रीय बॉक्सिंग चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीता: उन्होंने 2019 में सर्बिया में आयोजित गोल्डन ग्लव्स ऑफ वोजवोदिना अंतरराष्ट्रीय बॉक्सिंग चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीता था. वहीं जनवरी 2021 में नोएडा में आयोजित प्रोफेशनल बॉक्सिंग में भी जीत हासिल की थी इसके अलावा 2018 में उन्होंने स्कूल नेशनल गेम्स में स्वर्ण पदक अपने नाम किया था. वहीं 2018 में आयोजित ओपन नेशनल गेम्स बॉक्सिंग चैंपियनशिप में रजत पदक हासिल किया था. इसके अलावा ऑल इंडिया साईं नेशनल बॉक्सिंग चैंपियनशिप 2018 में स्वर्ण पदक जीता था. वहीं 2018 में खेलो इंडिया गेम्स में रजत पदक पर कब्जा जमाया था.

बॉक्सिंग में था रुझान

बॉक्सिंग में था रुझान: ईटीवी भारत से बातचीत में बॉक्सर हर्ष गिल ने बताया कि स्कूलिंग के दौरान मैं कई तरह के खेलों में पार्टिसिपेट किया करता था. मेरे घर वालों ने कहा कि आप गेम में जाना चाहते हैं तो उसमें ही आप अपना करियर बनाएं तो मुझे टेनिस सीखने के लिए कोचिंग में एडमिशन करवा दिया क्योंकि मेरे फैमिली रिश्तेदार कहते थे कि यह एक बिजनेस क्लास गेम है, लेकिन मुझे शुरू से ही कुछ अलग करना था. ऐसे ही एक दिन मैं एकेडमी में बैठकर रो रहा था क्योंकि मुझे टेनिस नहीं खेलना था. मुझे कुछ अलग करना था. रोते हुए अंतरराष्ट्रीय बॉक्सर डॉ. राजीव गोदारा ने मुझे देखा और पूछा तुम क्यों रो रहे हो. तो मैंने बताया कि मुझे बॉक्सिंग करनी है. उन्होंने कहा कि कल से आ जाओ और उन्हीं की मेहनत के बदौलत आज मैं यहां हूं.

हॉट्स गेम बॉक्सिंग के साथ-साथ पढ़ाई

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परिवार का सपोर्ट: बॉक्सर हर्ष गिल आगे बताते हैं कि, मुझे परिवार का भी पूरा सपोर्ट मिला. शुरुआती दौर में चोटे लगती थी तो परिवार के लोग घबरा जाते थे, लेकिन अब उन्हें पता है कि उनका बेटा शेर है और यही वजह है कि मेरे माता-पिता भी मेरे बॉक्सिंग मैच को देखने के लिए जाते हैं. प्रोफेशनल बॉक्सिंग एक अलग लेवल का बॉक्सिंग है, जिसमें जान का खतरा बहुत रहता है. हालांकि इंडिया में प्रोफेशनल बॉक्सर कम है. लेकिन विदेशों में प्रोफेसर बॉक्सिंग का प्रचलन बहुत ही ज्यादा है तो जो युवा प्रोफेसर बॉक्सिंग में आना चाहते हैं तो वह इनके गुर सीखें. सोशल मीडिया के माध्यम से मेरी कई फाइटर हैं जिसको वह देख सकते हैं उससे सीख सकते हैं. मैंने इससे पहले दक्षिण कोरिया के बॉक्सर सुंग जिन कुवाक को नॉकआउट करके एशियन बॉक्सिंग टाइटल पर कब्जा किया था, अब मेरा अगला टारगेट 2024 में आयोजित होने वाला वर्ल्ड टाइटल के लिए होगा.

नेशनल गेम्स में स्वर्ण पदक जीता

हॉट्स गेम बॉक्सिंग के साथ-साथ पढ़ाई: गौरतलब है कि हॉट्स गेम बॉक्सिंग के साथ-साथ पढ़ाई भी करते हैं. हाल ही में उन्होंने अपनी ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी की है. बता दें फरीदाबाद स्थित द्रोणाचार्य बॉक्सिंग क्लब में हर्ष गिल प्रोफेशनल बॉक्सिंग प्रैक्टिस करते हैं. हर्ष गिल के कोच डॉक्टर राजीव गोदारा खुद एक अंतरराष्ट्रीय बॉक्सर रह चुके हैं और उन्हीं की देखरेख में हर्ष गिल समेत कई बॉक्सर प्रैक्टिस करते हैं. हर्ष गिल मानते हैं कि डॉ. राजीव गोदारा मेरे कोच के साथ-साथ भगवान है.

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