भिवानी: जिले में इन दिनों काला पीलिया अपने पैर पसार रहा है. नागरिक अस्पताल में काला पीलिया से ग्रस्त लगभग 150 मरीज अपना इलाज करवा रहे हैं और इनकी संख्या दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है. अस्पताल के डॉक्टरों की माने तो प्रतिदिन काला पीलिया के मरीज उनके पास इलाज के लिए आ रहे हैं.
भिवानी में काला पीलिया ने फैलाए अपने पांव, ये हैं इस बीमारी से बचने के उपाय
भिवानी में इन दिनों काला पीलिया नामक बीमारी का असर दिखाना शुरू कर दिया है. सामान्य अस्पताल में लगभग 150 लोग इस बीमारी का इलाज करवा रहे हैं. काला पीलिया का इलाज समय पर न हो तो पीड़ित की जान भी जा सकती है.
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काला पीलिया का सबसे बड़ा कारण है शराब
डॉक्टरों का कहना है कि नशा इसका सबसे बड़ा कारण है. नशे के अलावा खुद लगाए जाने वाली इंजेक्शन भी एक कारण है. काले पीलिया को हैपेटाइटस-सी भी कहा जाता है. डॉक्टरों के मुताबिक किसी भी व्यक्ति का उल्टी, दस्त, पेट का फूलना और वजन कम होने लगे तो तुरंत अपने नजदीक के अस्पताल में टेस्ट करवाना चाहिए.
'समय पर इलाज न किया तो मौत भी हो सकती है'
सामान्य अस्पताल मे तैनात फिजिशन डॉ. नीतेश गोयल के अनुसार जो व्यक्ति नशा करता है. उन्हें काला पीलिया यानि हैपेटाईटस-सी होने की संभावानाएं ज्यादा रहती हैं. उन्होंने बताया कि पहले भिवानी के सामान्य अस्पताल में इसका इलाज नहीं था, लेकिन अब इलाज के साथ-साथ दवाइयां भी निशुल्क मिलती हैं. उन्होंने कहा कि अगर समय पर इलाज नहीं होता तो इसका असर शरीर के अन्य हिस्सों पर पड़ता है और मरीज की मौत भी हो सकती है.