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विश्व कुश्ती चैंपियनशिप में गोल्ड जीतकर अंतिम ने रचा इतिहास, घरवाले फूले नहीं समाए

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Published : Aug 21, 2022, 7:07 PM IST

मायना गांव रोहतक पहुंचने पर अंडर-20 विश्व कुश्ती चैंपियनशिप की स्वर्ण पदक विजेता अंतिम पंघाल का गांव वालों ने उनका भव्य स्वागत किया. इस दौरान उनके साथ बॉक्सर अमित पंघाल भी मौजूद थे.
World Wrestling Championship Antim Panghal
स्वर्ण पदक विजेता मुक्केबाज अमित पंघाल

रोहतक: भारत की युवा पहलवान अंतिम पंघाल अंडर-20 विश्व कुश्ती चैंपियनशिप (world wrestling championship 2022) में ऐतिहासिक स्वर्ण पदक जीतकर ऐसा करने वाली पहली भारतीय महिला बन गईं. अंतिम ने शुक्रवार को 53 किग्राभार वर्ग के फाइनल में कजाकिस्तान की अल्तिन शगायेवा को 8-0 से शिकस्त दी. भारत के गृह मंत्री अमित शाह ने भी अंतिम पंघाल की इस उपलब्धि पर ट्वीट कर बधाई दी. रविवार को दिल्ली पहुंचते ही अंतिम पंघाल मायना गांव रोहतक पहुंची.

18 साल की महिला पहलवान अंतिम पंघाल मूल रूप से हिसार के भगाना गांव की रहने वाली है. उन्होंने कुश्ती के दांवपेंच हिसार में ही एक अकादमी में हासिल किए. रविवार को जैसे ही वे दिल्ली एयरपोर्ट पर पहुंची तो बॉक्सर अमित पंघाल उन्हें लेने पहुंचे. इसके बाद दोनो मायना गांव पहुंचे. यहां गांव वालों ने ढोल नगाड़े के साथ स्वागत करते हुए उन्हें अमित पंघाल के घर तक लेकर गए जहां पर महिलाओं ने नाच गाकर अपनी खुशी का इजहार किया.

स्वर्ण पदक विजेता मुक्केबाज अमित पंघाल

इस दौरान अंतिम पंघाल ने अपने अब तक के इस सफर को बयां किया. उन्होंने कहा कि उन्हें पूरा विश्वास था कि वह फाइनल मुकाबले में जीत हासिल करेंगी. अंतर्राष्ट्रीय महिला पहलवान अंतिम पंघाल का कहना है कि अब उनका लक्ष्य वर्ष 2024 में होने वाले ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करना है.

अंतिम के पिता रामनिवास को बेटी की इस उपलब्धि पर नाज है. उनका कहना है कि बेटी ने विश्व कुश्ती चैंपियनशिप (world wrestling championship)में स्वर्ण पदक हासिल कर देश का नाम रोशन किया है. अंतिम की मां कृष्णा देवी ने बेटी के स्वर्ण पदक जीतने पर खुशी जताई है. उनका कहना है कि उन्हें अपनी बेटी पर नाज है. परिवार वालों ने हमेशा ही कुश्ती के क्षेत्र में उसे बढ़ावा दिया है. अंतिम की बहन सरिता का कहना है कि उन्हें पूरा विश्वास था कि वह स्वर्ण पदक हासिल कर ही देश लौटेगी.


अंतिम के कोच सुनील कुमार ने बताया कि करीब 5 साल पहले वह हिसार स्थित अकादमी में आई थी. उन्होंने कहा कि अंतिम ने इस अंतरराष्ट्रीय चैंपियनशिप में जिस प्रकार से अपने खेल का प्रदर्शन किया वह सर्वश्रेष्ठ था. राष्ट्रमंडल खेल 2022 (Commonwealth Games 2022) के स्वर्ण पदक विजेता मुक्केबाज अमित पंघाल के पिता बिजेंद्र पंघाल ने कहा कि पूरे मायना गांव को भी अंतिम पंघाल की इस उपलब्धि पर गर्व महसूस हो रहा है.

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