नई दिल्ली : स्विंग गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार ऑस्ट्रेलिया में चल रहे आईसीसी टी20 विश्व कप में एक नए अंदाज में दिख रहे हैं. ऑस्ट्रेलिया में आने के बाद से विश्वकप में पॉवर प्ले और डेथ ओवर्स में गेंदबाजी के लिए गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार ने खास तौर पर एक ट्रेनिंग ली और उसी की वजह से वह लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं. पाकिस्तान के साथ साथ नीदरलैंड के खिलाफ भी उन्होंने शानदार गेंदबाजी की. इसके पहले एशिया कप व इसके बाद के मैचों में वह काफी महंगे साबित हो रहे थे और भारतीय टीम की चिंता का सबब बने हुए थे.
उन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ दो स्पैल में अच्छी गेंदबाजी की और 4 ओवर्स में 21 रन देकर एक विकेट हासिल किया था. पाक के खिलाफ भारतीय गेंदबाज ने शुरूआती स्पेल में 3 ओवरों केवल 14 रन दिया. जबकि अपने आखिरी स्पैल में 8 रन देकर शाहीन शाह अफरीदी का विकेट हासिल किया था. इसके बाद सिडनी क्रिकेट ग्राउंड में नीदरलैंड के खिलाफ गुरुवार को भुवनेश्वर ने दो मेडन ओवरों के साथ शुरूआत की और एक विकेट भी हासिल किया. फिर तीसरे ओवर के बाद पूरे मैच में 3 ओवरों में 2 मेडन के साथ 9 रन देकर 2 विकेट हासिल किया. इस तरह से देखा जाय तो विश्वकप के पहले केल गए मैचों में उनकी गेंदबाजी पर लगा ग्रहण खत्म हो गया है.
इसके लिए तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार ने 9 दिवसीय प्रशिक्षण को जिम्मेदार ठहराया, जो रोहित शर्मा के नेतृत्व में भारतीय टीम ने पर्थ में विश्वकप शुरू होने के पहले किया है. यह खुद को मौसम में ढ़ालने के साथ साथ गेंदबाजी की लय पाने के लिए काफी मददगार साबित हुआ है.
नीदरलैंड के खिलाफ मैच के बाद भुवनेश्वर कुमार ने कहा कि पर्थ में हमने जो तैयारी की थी वह महत्वपूर्ण साबित हुई और फिर पाकिस्तान के खिलाफ पहला मैच जीतना भी महत्वपूर्ण साबित हुआ. उत्तर प्रदेश के इस गेंदबाज ने कहा कि हालांकि टीम को पाकिस्तान के खिलाफ मैच में एमसीजी पर कुछ स्विंग की उम्मीद थी, लेकिन तेज गेंदबाजों को जितनी स्विंग मिली, उससे उनकी उम्मीदें बढ़ गईं.