दिल्ली

delhi

प्रशासन की लाख जद्दोजहद के बाद गुर्जर समाज ने की महापंचायत

By

Published : Sep 26, 2021, 5:07 PM IST

गुर्जर समाज ने की महापंचायत
गुर्जर समाज ने की महापंचायत

गुर्जर स्वाभिमान महापंचायत को रोकने के लिये अलर्ट पुलिस प्रशासन ने शहर को छावनी में तब्दील कर दिया है. पुलिसकर्मियों के द्वारा वाहन चालकों को रोककर उनसे पूछताछ और चेकिंग की जा रही है, ताकि लोग महापंचायत में न पहुंच सकें. अधिकारियों का कहना है कि महापंचायत आयोजन करने की अनुमति नहीं है. इसलिये ये आयोजन नहीं करने दिया जायेगा.

नई दिल्ली/नोएडा : दादरी के चिटहेड़ा गांव के मंदिर में गुर्जर महापंचायत के लिए इकट्ठा हुए लोगों को पुलिस ने हिरासत में लिया है. इसके साथ ही पूर्व मुख्यमंत्री और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव भी अब गुर्जर समाज के साथ खड़े हो गए हैं. अखिलेश ने ट्वीट कर कहा हम हर समाज के मान-सम्मान के साथ हैं.

महापंचायत के लिए रविवार को हजारों की संख्या में लोग चिटहेड़ा गांव के मंदिर पहुंच रहे हैं. पुलिस बल भी मौके पर पहुंच गया है, लेकिन ग्रामीणों के आक्रोश के आगे पुलिस कुछ नहीं कर सकी. पंचायत में पहुंचे पथिक सेना राष्ट्रीय अध्यक्ष मुखिया गुर्जर ने कहा कि यहां पर गुर्जर विद्या सभा शिक्षा का संचालन करती है. इन्होंने मुख्यमंत्री को आमंत्रित किया है. मूर्ति के अनावरण के लिए मुख्यमंत्री ने आने का समय भी दे दिया, लेकिन एक रात पहले गुर्जर विद्या सभा के अध्यक्ष को भाजपा के विधायक और राज्यसभा सदस्य ने धमकाते हुए कहा कि अध्यक्षता में करूंगा. यह हमारे अध्यक्ष और हमारी सभा का अपमान हुआ है. उसके बाद मुख्यमंत्री जी आए और कहा कि गुर्जर समाज हमारा विरोध कर रहा उनको हटाओ. यहां के दोनों प्रतिनिधियों ने गुर्जर शब्द पर कालिख पोतने का काम किया है, जिससे समाज में आक्रोश व्याप्त है.

गुर्जर समाज ने की महापंचायत

इसे भी पढ़ें:मिहिर भोज की मूर्ति पर नहीं थम रहा बवाल, 'गुर्जर स्वाभिमान महापंचायत' पर रोक

महापंचायत में शामिल होने पहुंचे सपा नेता राजकुमार भाटी ने जब पुलिस की कार्रवाई के विरोध में दादरी में जाम लगाने का प्रयास किया तो पुलिस ने भाटी और कई अन्य सपा नेताओं को भी हिरासत में लिया. वहीं, पूर्व सांसद अवतार सिंह भड़ाना ने कहा कि जो घटनाएं पिछले दिनों घटित हुई हैं, इसको लेकर पंचायत में जाना चाहता हूं. यहां की पुलिस प्रशासन और सरकार दमन पर उतर आई है. हमें रोकना चाहती है. सरकार जनता और जनप्रतिनिधियों की आवाज दबाना चाहती है.

ABOUT THE AUTHOR

...view details