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Hindi Divas 2022: कबीरा की वाणी में भी हूं, राधा की कहानी में भी हूं, 'मैं हिंदी हूं'

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Published : Sep 14, 2022, 7:43 AM IST

Updated : Sep 14, 2022, 8:44 AM IST

आज हिंदी दिवस है. वर्ष 1953 से पूरे भारत में 14 सितंबर को प्रतिवर्ष हिंदी दिवस के रूप में मनाया जाता है. इस बार मशहूर कवियत्री दीपाली जैन 'ज़िया' की हिंदी कविता को पढ़ें और सुनें. साथ ही इस रिपोर्ट में हिंदी से जुड़े 10 दिलचस्प तथ्य के बारे में जानें.

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नई दिल्लीःहिंदी एक इंडो-आर्यन भाषा है. 1949 में भारत की संविधान सभा ने हिंदी को नवगठित राष्ट्र की आधिकारिक भाषा के रूप में अपनाया. इसी महत्वपूर्ण निर्णय के महत्व को प्रतिपादित करने तथा हिंदी को हर क्षेत्र में प्रसारित करने के लिए राष्ट्रभाषा प्रचार समिति, वर्धा के अनुरोध पर वर्ष 1953 से पूरे भारत में 14 सितंबर को प्रतिवर्ष हिंदी दिवस के रूप में मनाया जाता है. इस बार हिंदी दिवस पर सुनिए मशहूर कवियत्री दीपाली जैन 'ज़िया' की हिंदी पर लिखी कविता...

कबीरा की वाणी में भी हूं,
राधा की कहानी में भी हूं,
हूं तुलसी की चौपाई भी,
बिस्मिल्लाह की शहनाई भी,
भारत मां के माथे पर अंकित है वो बिंदी हूं
मैं हिंदी हूं, मैं हिंदी हूं...
हूं वेद पुराणों में भी मैं,
मन की संतानों में भी मैं,
मीरा के भजनों में भी हूं,
और अमृत वचनों में भी हूं,
गंगा की धारा जैसी पावन हूं, कालिंदी हूं,
मैं हिंदी हूं...

दीपाली से सवाल किया कि उनका नाम में 'ज़िया' क्यों है तो उनका कहना था दीपाली का अर्थ होता है रौशनी. उसी तरह जिया का अर्थ भी रौशनी होती है. दीपाली की एक कविता पर खुश होकर उनके गुरु कवि देव निरंजन ने उन्हें उपनाम 'ज़िया' से नवाजा था. दीपाली कहती हैं कि हिंदी हमारी मातृभाषा है. हमें हिंदी पर गर्व है.

मशहूर कवियत्री दीपाली जैन ज़िया

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हिंदी भाषा और हिंदी दिवस के बारे में कुछ तथ्यः
देश और विदेश में रह रहे लगभग 250 मिलियन भारतीय हिंदी बोलते हैं.
भारत में 2011 की जनसंख्या के अनुसार लगभग 43.6 प्रतिशत लोग हिंदी बोलते हैं.
हिंदी उन सात भारतीय भाषाओं में से एक है जिसका उपयोग वेब यूआरएल बनाने के लिए किया जा सकता है.
बारहवीं शताब्दी के बाद से हिंदी को साहित्यिक भाषा के रूप में उपयोग किया जाता है.
ऑक्सफोर्ड डिक्शनरी में हिंदी भाषा के कई शब्द शामिल हैं जैसे- यार, पक्का, जुगाड़, बिंदी, सूर्य नमस्कार, आदि.
हिंदी लिपि फोनेटिक है. अंग्रेजी के विपरीत, हिंदी वर्णमाला के प्रत्येक अक्षर की अपनी स्वतंत्र और विशिष्ट ध्वनि होती है और इसे उसी तरह से उच्चारित किया जाता है जिस तरह से इसे लिखा जाता है.
1918 में हिंदी साहित्य सम्मेलन में महात्मा गांधी ने पहली बार हिंदी भाषा को राष्ट्रभाषा बनाने की बात कही थी. उन्होंने हिंदी को जनता की भाषा भी कहा था.
1977 में पहली बार भारत के पहले विदेश मंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने हिंदी में संयुक्त राष्ट्र महासभा को संबोधित किया.'नमस्ते' शब्द हिंदी भाषा का सबसे अधिक इस्तेमाल किया जाने वाला शब्द है.
हिंदी का पहला वेब पोर्टल 2000 में आया तब से हिंदी ने इंटरनेट पर अपनी पहचान बनानी शुरू कर दी. गूगल के अनुसार इंटरनेट पर हिंदी कंटेंट की खोज पिछले कुछ वर्षों में बहुत बढ़ गई है.
19वीं शताब्दी के अंत में हिंदी को भाषा के रूप में जाना जाने लगा. इसमें कई बोलियां हैं जैसे हरियाणवी, ब्रज, अवधी, भोजपुरी, बुंदेली, बघेली, कन्नौजी, राजस्थानी आदि.

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Last Updated : Sep 14, 2022, 8:44 AM IST

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