नई दिल्ली: रोहिणी कोर्ट में हुई गैंगस्टर गोगी की हत्या एवं ब्लास्ट को ध्यान में रखते हुए कोर्ट की सुरक्षा को लेकर लगातार काम किये जा रहे हैं. इसके साथ ही वहां पेश होने वाले विचाराधीन कैदियों की सुरक्षा को लेकर भी बंदोबस्त किए जा रहे हैं. इसके लिए कमिश्नर राकेश अस्थाना ने खासतौर पर क्राइम ब्रांच, स्पेशल स्टाफ और स्पेशल सेल की टीम को जिम्मेदारी दी है. उन्हें कुख्यात बदमाशों की पेशी के दौरान अदालत में उपस्थित रहने को कहा गया है.
जानकारी के अनुसार बीते 24 सितंबर को रोहिणी कोर्ट में कुख्यात गैंगस्टर जितेंद्र उर्फ गोगी की ताबड़तोड़ गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. इससे पहले भी रोहिणी कोर्ट, कड़कड़डूमा कोर्ट एवं तीस हजारी कोर्ट में कई कैदियों पर हमले हो चुके हैं. इन घटनाओं से कोर्ट में पेशी के दौरान कैदियों की सुरक्षा पर सवाल उठ रहे थे. इसकी वजह से पुलिस कमिश्नर राकेश अस्थाना ने कोर्ट की सुरक्षा से लोकल पुलिस को हटाकर वहां पर सिक्योरिटी यूनिट के जवानों को सुरक्षा में तैनात किया गया. इसके अलावा प्रत्येक कोर्ट की सुरक्षा जिम्मेदारी एक इंस्पेक्टर रैंक के पुलिसकर्मी को सौंपी गई थी. लेकिन इस सुरक्षा चक्र के बावजूद बीते 9 सितंबर को रोहिणी कोर्ट में ब्लास्ट हो गया था.
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पुलिस कमिश्नर राकेश अस्थाना मानते हैं कि अदालत में पेशी के दौरान कैदियों की सुरक्षा एक बड़ी चुनौती है. वह भी ऐसे समय में जब कैदियों के गुट में गैंगवार चल रही हो. हाल ही में क्राइम ब्रांच ने कर्मवीर उर्फ काजू को गिरफ्तार किया जिसने बताया कि वह पेशी के दौरान टिल्लू ताजपुरिया की हत्या करने वाला था. इसे ध्यान में रखते हुए पुलिस कमिश्नर राकेश अस्थाना ने कैदियों की पेशी के दौरान सुरक्षा को लेकर महत्वपूर्ण निर्देश दिए हैं.