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अपराधियों के सोशल मीडिया पर निगरानी रखेगी पुलिस, जानिये इसके फायदे

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Published : Jul 20, 2022, 4:01 PM IST

राजधानी में अपराधियों पर नकेल कसने के लिए पुलिस ने एक बड़ा कदम उठाया है. पुलिस वारदात को रोकने के लिए सोशल मीडिया पर भी अब पैनी नजर रखेगी.

दिल्ली पुलिस
दिल्ली पुलिस

नई दिल्ली: अपराधियों पर नकेल कसने के लिए पुलिस अब बदमाशों के सोशल मीडिया पर भी नजर रखेगी. पुलिस कमिश्नर राकेश अस्थाना ने इसे लेकर दिल्ली पुलिस को निर्देश जारी किए हैं. उन्होंने अपराधियों की गिरफ्तारी के समय उसके सोशल मीडिया अकाउंट की जानकारी को भी रिकार्ड में शामिल करने के निर्देश दिये हैं नई. उनका मानना है कि इससे भविष्य में ऐसे अपराधियों पर नजर रखना पुलिस के लिए आसान होगा.


पुलिस सूत्रों ने बताया कि बीते कुछ वर्षों के दौरान बदमाशों के बीच भी सोशल मीडिया का इस्तेमाल बढ़ा है. वह फेसबुक और इंस्टाग्राम का इस्तेमाल करते हैं. दिल्ली में कई ऐसे गैंग हैं जो अपने सरगना के वीडियो फेसबुक और इंस्टाग्राम पर अपलोड करते हैं. हाल ही में हुई सिद्धु मूसेवाला की हत्या के बाद कनाडा में बैठे गैंगस्टर गोल्डी बरार ने फेसबुक पर पोस्ट डालकर इस हत्याकांड की जिम्मेदारी ली थी. बीते कुछ वर्षों में गैंगस्टरों के बीच जिस तरह से सोशल मीडिया का इस्तेमाल बढ़ा है, इसे ध्यान में रखते हुए उनकी धरपकड़ के लिए पुलिस भी सोशल मीडिया को हथियार बनाना चाहती है.

सोशल मीडिया पर निगरानी रखेगी दिल्ली पुलिस
हाल ही में वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों की एक बैठक में पुलिस कमिश्नर राकेश अस्थाना ने यह सुझाव दिया कि बदमाशों की गिरफ्तारी के समय उनके सोशल मीडिया अकाउंट की जानकारी भी पुलिस अपने पास दर्ज कर ले. उनकी फेसबूक आईडी, इंस्टाग्राम आईडी या इस्तेमाल की जा रही कोई अन्य सोशल मीडिया की आईडी को भी रिकार्ड में शामिल करें. उन्होंने सभी जिला डीसीपी को इस बाबत निर्देश जारी किये हैं.दिल्ली पुलिस के पूर्व एसीपी वेदभूषण ने बताया कि साइबर युग में बदमाश भी सोशल मीडिया से अछूते नहीं है. पहले पुलिस बदमाशों को पकड़ने के लिए उनके मोबाइल नंबर ट्रैक करती थी. इसके जरिये उनकी लोकेशन लेकर उन्हें गिरफ्तार किया जाता था. लेकिन अभी के समय में बड़ी संख्या में बदमाश मोबाइल में सिम कार्ड का इस्तेमाल नहीं करते हैं. वह मोबाइल पर व्हाट्सएप एवं सोशल मीडिया का इस्तेमाल करता हैं. इसके लिए वह वाई-फाई का इस्तेमाल करते हैं ताकि पुलिस उन तक न पहुंच सके. ऐसे बदमाशों पर नकेल कसने के लिए यह आवश्यक है कि पुलिस उनके सोशल मीडिया पर नजर रखे ताकि उन्हें इस बदमाश के बारे में जानकारी मिलती रहे. इसके साथ ही यहां से कई महत्वपूर्ण साक्ष्य भी पुलिस को मिलेंगे जिन्हें अदालत में नकारना अपराधी के लिए मुश्किल होगा.

उन्होंने बताया कि दिल्ली पुलिस कमिश्नर की यह पहल बेहद सकारात्मक परिणाम सामने लाएंगी. पुलिस के पास जब इन बदमाशों के सोशल मीडिया अकाउंट की जानकारी होगी तो उन तक पहुंचने के लिए पुलिस के पास कुछ सुराग होंगे. पुलिस के लिए इससे बदमाशों तक पहुंचना भविष्य में उसी तरह से आसान होगा जैसे पूर्व में मोबाइल ट्रैकिंग सिस्टम से होता रहा है. पूर्व एसीपी वेदभूषण ने बताया कि आने वाले समय में इंटरनेट और सोशल मीडिया का इस्तेमाल बढ़ेगा और पुलिस की यह पहल काफी मददगार साबित होगी.

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