नई दिल्ली:उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक आशुतोष गंगल ने कोरोना काल में रेलवे की व्यवस्था को लेकर समीक्षा बैठक की. आशुतोष गंगल ने अस्पतालों में कोविड-19 के इंतजामों की भी समीक्षा की. उन्होंने निर्देश दिए कि कोविड-19 की दवाईयां सभी रोगियों को उपलब्ध होनी चाहिए और उनके लिए ऑक्सीजन की भी कोई कमी नहीं होनी चाहिए.
महाप्रबंधक ने रेलपथों, वेल्डिंग के अनुरक्षण मानकों को बेहतर बनाने और रेल पटरियों के निकट स्क्रैप को हटाने के लिए जोन में किए गए कार्यों की समीक्षा की. उन्होंने मंडलों से नियमित तौर पर निरीक्षण, निगरानी और गतिशीलता बढ़ाने संबंधी कार्यों की समीक्षा करने के निर्देश दिए.
उन्होंने कहा कि पटरियों में दरारों और वेल्डिंग की निगरानी व्यापक रूप से की जानी चाहिए. कोई गलती नहीं रहनी चाहिए. उन्होंने लोकोमोटिवों की उपलब्धता और उनके समय से अनुरक्षण पर बल दिया. उन्होंने अप्रभावी वैगनों को स्टॉक से हटाने के निर्देश दिए.
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उन्होंने रेलपथों पर विद्युत संरक्षा के साथ-साथ रेलगाडि़यों के निर्बाध परिचालन के लिए रेलपथों और रिले और पैनल रूमों में संरक्षा बनाए रखने पर बल दिया. उन्होंने रेल परिचालन में मानवीय त्रुटियों को कम करने पर जोर दिया। उन्होंने विभागाध्यक्षों और मंडल रेल प्रबंधकों को समयपालनबद्धता को बनाए रखकर और संरक्षा को प्राथमिकता देते हुए मालभाड़ा लदान की रफ्तार बनाए रखने के निर्देश दिए.
उन्होंने किसी भी वजह से रेलगाडि़यों के रूकने पर चिंता जताई और अधिकारियों को गतिशीलता बेहतर करने के निर्देश दिए. फ्रेट बिजनेस डेवलेपमेंट पर बोलते हुए महाप्रबंधक ने कहा कि बिजनेस डेवलेपमेंट यूनिटों के साथ परस्पर सम्पर्क बनाए रखना चाहिए. उन्होंने निर्देश दिए की बीडीयू को ग्राहकों के बीच भरोसे, सहयोग और आत्मविश्वास का माहौल बनाना चाहिए. उन्होंने रेलवे द्वारा दी जा रही रियायतों और उपायों को ग्राहकों तक पहुँचाने के भी निर्देश दिए. उन्होंने यह भी बताया कि हर गुजरते माह के साथ खाद्यान्न और अन्य मदों के लदान में वृद्धि हुई है.