नई दिल्ली :देश भर में लापता और अगवा होने वाले बच्चों की संख्या में राजधानी सभी मेट्रोपोलिटन शहरों में सबसे आगे है. राहत की बात यह है कि दिल्ली से होने वाले अपहरण के मामलों में बीते वर्षों की तुलना में कमी आई है, लेकिन बीते वर्ष रोजाना औसतन 10 बच्चे लापता हुए हैं. चौंकाने वाली बात यह है कि इनमें से 70 फीसदी संख्या अकेले लड़कियों की है.
NCRB के के अनुसार, देश के 20 मेट्रोपोलिटन शहरों में सबसे ज्यादा 4062 अपहरण के मामले अकेले दिल्ली में दर्ज किए गए हैं. 6 वर्ष से कम उम्र के 70 बच्चे बीते वर्ष अगवा हुए हैं, जिनमें 43 लड़के जबकि 27 लड़कियां शामिल थीं. 6 से 12 साल के कुल 372 बच्चे बीते वर्ष लापता हुए हैं, जिनमें 214 लड़के और 158 लड़कियां शामिल हैं. सबसे हैरानी करने वाला आंकड़ा 12 से 18 वर्ष के बीच का है. 12 से 16 वर्ष की आयु के जहां 536 लड़के लापता हुए हैं तो वहीं इस उम्र की 1438 लड़कियां बीते वर्ष लापता हुई हैं. 16 से 18 वर्ष की उम्र में जहां 253 लड़के लापता हुए हैं तो वहीं इस उम्र की 1193 लड़कियां वर्ष 2020 में लापता हुई हैं. NCRB का डाटा बताता है कि वर्ष 2020 में कुल 3862 नाबालिग बच्चे लापता हुए हैं. इनमें से 1046 लड़के हैं, जबकि 2816 लड़कियां हैं. 18 से लेकर 60 वर्ष की आयु के लापता होने वाले लोगों की संख्या लगभग 360 है.
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NCRB के आंकड़ों की मानें तो वर्ष 2018 में 6063 अपहरण के मामले दर्ज हुए थे. वर्ष 2019 में अपहरण की संख्या घटकर 5901 हुई थी, जो वर्ष 2020 में 4062 तक पहुंची है. लापता हुए लोगों को तलाशने में भी दिल्ली पुलिस द्वारा जमकर पसीना बहाया गया है. दिल्ली पुलिस की तरफ से लापता होने वाले लोगों और खास तौर से बच्चों को तलाशने के लिए ऑपरेशन मिलाप चलाया जाता है. इसके तहत दिल्ली पुलिस द्वारा वर्ष 2020 में कुल 4343 लोगों को तलाशने में कामयाब रही है. इनमें 1304 लड़के जबकि 3039 लड़कियां शामिल हैं. यह संख्या लापता हुए 4235 लोगों की संख्या से ज्यादा है. वर्ष 2020 में जो लोग लापता हुए हैं, उनमें 3025 लड़कियां/महिलाएं जबकि 1210 लड़के/पुरुष शामिल थे.