नई दिल्ली : एम्स में नवनिर्मित मातृ व शिशु ब्लॉक में आइपीडी होने पर बच्चों व महिलाओं को इलाज की अच्छी सुविधा मिलेगी. वहीं पीडियाट्रिक, पीडियाट्रिक सर्जरी व गायनी विभाग को मातृ व शिशु ब्लॉक में स्थानांतरित किए जाने से एम्स के मुख्य अस्पताल में करीब 200 बेड खाली होंगे. इस वजह से किडनी, लिवर, रक्त विकार, हड्डियों की बीमारियों से पीड़ित मरीजों व इमरजेंसी में इलाज के लिए पहुंचने वाले गंभीर मरीजों के इलाज की सुविधा भी बढ़ेगी.
मातृ व शिशु ब्लॉक में ओपीडी सेवा पहले ही शुरू हो चुकी है. जल्द इसमें आइपीडी सुविधा शुरू करने की तैयारी है. यही वजह है कि एम्स प्रशासन ने हाल ही में आदेश जारी कर तय कर दिया है कि मातृ व शिशु ब्लॉक में पीडियाट्रिक, पीडियाट्रिक सर्जरी व गायनी विभाग को स्थानांतरित किए जाने के बाद मुख्य अस्पताल के खाली हुए वार्ड में हेमेटोलॉजी, गैस्ट्रोलॉजी, नेफ्रोलॉजी, मेडिसिन, इमरजेंसी, इएनटी, यूरोलाजी व आर्थोपेडिक्स विभाग के मरीजों के इलाज के लिए अतिरिक्त बेड आवंटित किए जाएंगे.