नई दिल्लीः राजधानी दिल्ली में किसानों की समस्याओं को लेकर एक बार फिर धरना-प्रदर्शन किया गया. साेमवार काे तेलंगाना के मुख्यमंत्री के.चंद्रशेखर राव अपने दल टीआरएस के सभी सांसदों, विधायकाें, एमएलसी और अन्य नेताओं के साथ अशोका रोड पर आंध्र प्रदेश भवन में केंद्र सरकार की किसान विरोधी नीतियों के खिलाफ धरने पर बैठ गए. तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव का कहना है कि देश भर के किसान वर्तमान में सही समय पर फसलों की खरीद केंद्र सरकार के द्वारा नहीं किए जाने को लेकर काफी परेशान हैं. केंद्र सरकार को फसलों की खरीद को लेकर पूरे देश भर में एक नीति को लागू करना चाहिए.
आंध्र प्रदेश भवन में किसानों की समस्याओं को लेकर केंद्र में शासित बीजेपी की सरकार के खिलाफ धरने पर बैठे तेलंगाना के मुख्यमंत्री को किसान नेता राकेश टिकैत का भी समर्थन मिला. जिन्होंने स्पष्ट रूप से अपने संबोधन के दौरान ना सिर्फ बीजेपी की केंद्र सरकार के ऊपर जमकर निशाना साधा बल्कि किसानों की सभी समस्याओं का समाधान ना निकालने को लेकर बीजेपी की सरकार को पूरी तरीके से फेल.
केसीआर ने केंद्र सरकार के खिलाफ खोला मोर्चा, कहा-फसलों की खरीद को लेकर देश में हो एक नीति
देश की राजधानी दिल्ली में किसानों के मामले को लेकर सियासत एक बार फिर गरमा गई है. तेलंगाना के मुख्यमंत्री के.चंद्रशेखर राव ने आज अपने पार्टी टीआरएस के सभी सांसद, विधायक और एमएलसी के साथ मिलकर केंद्र सरकार के खिलाफ किसानों की मांगों को लेकर आंध्र प्रदेश भवन में धरना दिया. धरने में केसीआर को किसान नेता राकेश टिकैत का भी समर्थन मिला. प्रदर्शन में प्रदेश भर में किसानों की फसल खरीद को लेकर एक नीति बनाने की मांग की गई.
![केसीआर ने केंद्र सरकार के खिलाफ खोला मोर्चा, कहा-फसलों की खरीद को लेकर देश में हो एक नीति केसीआर](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/768-512-14989131-473-14989131-1649675669780.jpg)
इसे भी पढ़ेंःJaipur Mandi Rate: सरसों में बढ़त, अन्य जिंसों के भाव स्थिर
जम्मू कश्मीर सह प्रभारी और भाजपा के नेता आशीष सूद ने केसीआर द्वारा किए जा रहे विरोध प्रदर्शन पर भाजपा का बचाव करते हुए कहा कि केंद्र सरकार के द्वारा लगातार किसानों के हितों को ध्यान में रखते हुए काम किए जा रहे हैं. स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट के तहत किसानों की आय को दोगुना करने के लिए केंद्र सरकार काम कर रही है. देश के किसान किसके साथ हैं यह हाल ही में हुए पांच राज्यों के चुनावों में स्पष्ट हो गया है. राकेश टिकैत कहीं पर भी चले जाएं समर्थन देने उनके नाम से कोई फर्क नहीं पड़ता उनके खुद के बूथ पर भाजपा को झमाझम वोट मिले हैं. वहीं दूसरी तरफ केसीआर राजनीतिक हितों के चलते दिल्ली में धरने पर बैठे हैं.