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Positive Bharat Podcast: 'Sixer King' युवराज: खेल के मैदान से कैंसर तक की कहानी

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Published : Sep 19, 2021, 1:55 PM IST

आज के पॉडकास्ट (Podcast) में कहानी भारतीय क्रिकेट (Indian Cricket) जगत के एक ऐसे खिलाड़ी की, जिसने अपनी प्रतिभा से क्रिकेट विश्व पटल पर एक नया इतिहास ही नहीं लिखा, बल्कि कैंसर को मात देकर जिंदगी को एक नई 'जिंदगी' दी...नाम है : 'Sixer King' युवराज (Yuvraj Singh)...

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'Sixer King' युवराज की कहानी.

नई दिल्ली:आज बात करते हैं क्रिकेटर युवराज सिंह की...युवराज सिंह (Yuvraj Singh) एक ऐसा नाम है...जिनको युवाओं का ऑइकन माना जाता है. आज युवराज सिंह की बात इसीलिए क्योंकि 19 सितम्बर को ही उन्होंने ऐसी फाइटर स्पिरिट दिखाई जो दुनिया के लिए मिसाल बन गई.

आज ही के दिन युवराज सिंह ने वो कारनामा कर दिखाया था, जिसको क्रिकेट प्रेमी हमेशा याद रखेंगे. तारीख 19 सितंबर, साल 2007, (September 19, 2007) दक्षिण अफ्रीका (South Africa) का डरबन मैदान. टी20 वर्ल्ड कप (T20 World Cup)में भारत (India) और इंग्लैंड (England) टीम(match between India and England) आमने-सामने थीं. इस मुकाबले में एंड्रयू फ्लिंटॉफ (Andrew Flintoff) से बहस के बाद युवराज सिंह ने पेसर स्टुअर्ट ब्रॉड (Stuart Broad) के रवैये का इस रूप में प्रतिकार किया कि एक ही ओवर में एक के बाद एक छह गगनचुंबी छक्के (six consecutive sixes) लगा दिए.

'Sixer King' युवराज की कहानी.

छक्कों की बारिश देख स्टेडियम में मौजूद हजारों दर्शक युवी-युवी के नारे लगा रहे थे. अपनी आतिशी पारी में युवी ने 12 गेंद पर अर्धशतक पूरा कर इतिहास रच दिया. युवी (Yuvi) का यह रिकॉर्ड आज भी बरकरार है. टी20 अंतरराष्ट्रीय के इतिहास में यह सबसे तेज अर्धशतक है. युवराज ने कुल 16 गेंद में 58 रन की ताबड़तोड़ पारी खेली.

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युवराज (Yuvraj Singh) की यही फाइटिंग स्पिरिट काम आई जब वो कैंसर से ग्रस्त हो गए. लगा कि युवराज (Yuvraj Singh) की जिंदगी का खुशनुमा दौर अब बीतने को है. वापस पिच पर लौटने की उम्मीद तो बेमानी थी, क्योंकि कैंसर से ग्रस्त होने के बाद तो जिंदगी बचने या न बचने का सवाल था, लेकिन लंग्स कैंसर (Lung cancer) की खबर से लेकर, इलाज का दर्द से युवराज सिंह इस रूप में गुजरे कि दुनिया उनके जज्बे की दीवानी हो गई.

युवी लिखते हैं- ‘जब आप पहली बार कैंसर शब्द सुनते हैं, तो आप बुरी तरह डर जाते हैं. कैंसर (cancer) किसी सजा-ए-मौत की तरह महसूस होता है. आपको बिल्कुल पता नहीं होता, कि आपकी जिंदगी आपको कहां ले जाएगी.‘

आखिरकार उनकी जीजिविषा रंग लाई और युवराज (Yuvraj Singh) सिंह वापस क्रिकेट (cricket) की पिच पर खेलते दिखे. ये कहानी(Story) है युवराज सिंह की पॉजिटिविटी की...जो बताती हैं कि मुश्किल घड़ी में अगर आप अपने जज्बात को संभाले हुए सही दिशा में चलते रहेंगे तो मुश्किलों की पगडंडियां भी आपको मंजिल का पता बता देती हैं.

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