नई दिल्ली: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री अजय माकन ने दिल्ली सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं. माकन ने मंगलवार को ट्वीट कर कहा केजरीवाल बिजली कंपनियों के ऑडिट के वायदे पर सत्ता में आए, लेकिन बिना कंज्यूमर ऑडिट के 18,000 करोड़ प्राइवेट बिजली कंपनी को दे दिए. यह बिजली सब्सिडी घोटाला है. दरअसल, उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने शिक्षा, शराब के बाद अब बिजली सब्सिडी योजना पर जांच के आदेश दे दिए हैं. जिसके बाद से अरविंद केजरीवाल की दिल्ली सरकार कांग्रेस के निशाने पर आ गई है.
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कांग्रेस नेता ने तीन ट्वीट कर दिल्ली सरकार पर बिजली सब्सिडी घोटाला (electricity subsidy scam)करने का आरोप लगाया. बताते चलें कि उपराज्यपाल ने मुख्य सचिव को उन आरोपों की जांच करने को कहा है, जिनके मुताबिक बिजली वितरण कंपनियों को सब्सिडी राशि भगुतान में अनियमितता बरती गई है. एलजी ने 7 दिनों के भीतर चीफ सेक्रेटरी से रिपोर्ट मांगी है.
कांग्रेस नेता अजय माकन ने कहा कि बिजली सब्सिडी आम आदमी पार्टी का सबसे बड़ा स्कैम है. मैं तीन वर्षो से लगातार आरटीआई लगा रहा हूं, किसको सब्सिडी मिल रही है, लिस्ट तो दें. लगातार सवाल पूछे जा रहे हैं लेकिन कोई जवाब नहीं है. अब उपराज्यपाल ने जांच बैठा कर ठीक किया है. देर आए लेकिन दुरुस्त आए. उन्होंने कहा मुझे खुशी है कि दिल्ली के उपराज्यपाल ने केजरीवाल सरकार को सीधे प्राइवेट कंपनी के खातों में 18,000 करोड़ देने के बाबत जांच के आदेश दिये हैं. अजय माकन ने तीन साल पुरानी प्रेस वार्ता की वीडियो को रीट्वीट करते हुए लिखा कि तीन साल पहले कांस्टीट्यूशन क्लब में मेरी प्रेस वार्ता में यहीं मांग थी की सब्सिडी सीधे जनता को दो. अगर मेरी बात मान ली जाती तो उस वक्त 10,000 करोड़ बच जाते.
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