दिल्ली

delhi

उपराज्यपाल अनिल बैजल ने विरासत स्थलों पर SDMC की पहली ई-बुक का अनावरण किया

By

Published : Aug 7, 2021, 2:28 AM IST

शुक्रवार को दक्षिण दिल्ली नगर निगम ने एक कार्यक्रम के तहत एसडीएमसी की पहली ई-हेरिटेज बुक 'ग्लोरियस हैरिटेज' का अनावरण कर दिया है. यह कार्यक्रम एसडीएमसी के कार्यालय सिविक सेंटर में आयोजित किया गया था. इस कार्यक्रम में दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल, SDMC के मेयर मुकेश सुर्यान व निगम कमिश्नर ज्ञानेश भारती सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे.

delhi-lieutenant-governor
SDMC की ई-बुक का अनावरण

नई दिल्ली :एसडीएमसी के कार्यालय सिविक सेंटर में हाल ही में एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस कार्यक्रम में दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल ने भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए शामिल हुए. दक्षिण दिल्ली नगर निगम के मेयर मुकेश सुर्यान व निगम कमिश्नर ज्ञानेश भारती भी इस कार्यक्रम में मौजूद रहे. कार्यक्रम के दौरान एसडीएमसी की पहली ई-हैरिटेज बुक 'ग्लोरियस हेरिटेज' का अनावरण किया गया. इस अवसर पर स्टैंडिंग कमेटी चेयरमैन कर्नल बी.के.ओबरॉय, नेता सदन इन्द्रजीत सहरावत और निगम के अन्य उच्च अधिकारी मौजूद रहे.



कार्यक्रम में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़े दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल ने दक्षिण दिल्ली निगम द्वारा किए जा रहे राजधानी दिल्ली की प्राचीन और ऐतिहासिक इमारतों को लेकर इस प्रयास की काफी सराहना भी की. उपराज्यपाल ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग ने अपने संबोधन के दौरान कहा कि निगम अपने अधिकार क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले विरासत स्थलों का संरक्षण कर रहा है. इस किताब के माध्यम से आज की युवा पीढ़ी को हमारी ऐतिहासिक धरोहर, प्राचीन इमारतों व स्मारकों के बारे में विस्तृत जानकारी दी जा रही है. जोकि प्रशंसनीय है. उपराज्यपाल ने सुझाव देते हुए कहा कि प्राइवेट एजेंसियों के साथ मिलकर पी.पी.पी. योजना के तहत संरक्षण के कार्य को और आगे बढ़ाया जा सकता है.

ये भी पढ़ें-15 अगस्त के बाद दिल्ली में करिए 'भारत दर्शन'

एसडीएमसी मेयर मुकेश सुर्यान ने कहा कि भारतीय इतिहास, संस्कृति और परम्परा को जीवित रखने के लिये हेरिटेज कंजर्वेशन सेल की स्थापना निगम ने की है. हमारे अधिकारियों ने ऐसे 475 बहुविध विरासत स्थलों को चिन्हित किया जो दक्षिणी निगम के अंतर्गत आते हैं. एसडीएमसी द्वारा लांच की गई इस ई-बुक में निगम क्षेत्र की सभी 108 प्राचीन और ऐतिहासिक इमारतों के बारे में जानकारी दी गई है. इस किताब के दो और संस्करण बनाए जा रहे हैं. जिसके तहत निगम की बाकी इमारतों को भी शामिल किया जाएगा. इन दो संस्करणों में भी अन्य प्राचीन स्थलों और इमारतों के बारे में बताया जाएगा जिनकी स्थापना साल 1932 में उल्लेखित है.

ये भी पढ़ें-UNESCO वर्ल्ड हेरिटेज : भारत के 39 स्थल हैं वैश्विक धरोहर, जानिए इनकी खासियत

एसडीएमसी के कमिश्नर ज्ञानेश भारती ने कहा कि निगम लोगों को नागरिक सुविधाएं उपलब्ध कराने के साथ-साथ विभिन्न दिशाओं में कार्य कर रही है. दक्षिणी निगम द्वारा हेरिटेज कन्जर्वेशन सेल की स्थापना करने का उद्देश्य दिल्ली की अद्भुत ऐतिहासिक व सांस्कृतिक धरोहरों के महत्व को समझना और उनके संरक्षण व सुरक्षा की दिशा में कार्य करना है. दिल्ली की ऐतिहासिक और हेरिटेज संपत्तियों की जानकारी को संजो कर बनाई गई ई-बुक दक्षिणी निगम की वेबसाइट पर उपलब्ध है. इस किताब को लोग पढ़कर दिल्ली प्राचीन स्मारकों का बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं.

ABOUT THE AUTHOR

...view details