नई दिल्लीःदिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Delhi Chief Minister Arvind Kejriwal) ने केंद्र सरकार से अपील की कि उनके द्वारा दी जा रही शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधाओं को मुफ्त की रेवड़ी (Freebies) कहना बंद करे. उन्होंने कहा कि हमें देश के हर नागरिक तक शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधाओं को पहुंचाना है. इसके लिए सरकारी स्तर पर काम करना होगा. उन्होंने कहा कि सरकार के पास बहुत पैसा है और वह अपने नागरिकों को फ्री में सुविधा दे सकती है. यूरोपीय सहित कई देशों ने अपने नागरिकों के लिए यह सारी सुविधाएं मुफ्त कर रखी है.
CM केजरीवाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि भारत को अगर अमीर बनना है तो अच्छी शिक्षा देनी होगी. उन्होंने कहा कि अच्छी शिक्षा के लिए हमें चार काम करना होगा. इसमें सबसे पहले हमें पूरे देश में सरकारी स्कूल को शानदार बनाना होगा. जो भी स्कूल जर्जर हो गए हैं, उन्हें सुधारना होगा. दूसरी बात, हमें ढ़ेर सारी सरकारी स्कूलें खोलनी होगी. तीसरी बात, हमें कच्चे शिक्षकों को पक्का करना होगा और चौथी बात, हमें इन शिक्षकों को शानदार ट्रेनिंग देनी पड़ेगी. जरूरत हुई तो इन्हें विदेश में भी ट्रेनिंग देनी होगी.
केजरीवाल ने आगे कहा कि अभी सरकारी स्कूल की हालत खराब है. गरीब का बच्चा सरकारी स्कूल जाता है. उस सरकारी स्कूल में उसे अच्छी शिक्षा मिलती है तो उसका जीवन बदल सकता है. वो बच्चा अपने परिवार की गरीबी को दूर कर सकता है. देश में 17 करोड़ बच्चे सरकारी स्कूल में पढ़ते हैं. कुछ सरकारी स्कूल को छोड़ दें तो इनकी हालत बहुत खराब है. अगर दिल्ली जैसे सरकारी स्कूल हर जगह खुल जाए तो बदलाव संभव है. 17 करोड़ बच्चों को अच्छी शिक्षा देना है.