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RBI 2000 Note Withdrawal: 8 दिन में इतने करोड़ रुपये हुए जमा, SBI चेयरमैन का खुलासा

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Published : May 30, 2023, 1:17 PM IST

रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) ने 19 मई को 2000 रुपये के नोटबंदी की घोषणा की. 23 मई से बैंकों में नोटबदली की प्रक्रिया शुरू हुई और आज 30 मई को 2000 के नोटबदली के पूरे 7 दिन हो गए, यानी एक सप्ताह. इन सात दिनों में बैंकों में 2000 रुपये के कितने नोट जमा किए गए और कितने नोट बदले गए, बैंकों में भीड़ है या नहीं, आइए ये सब जानते हैं इस रिपोर्ट में...

RBI 2000 Note Withdrawal
2000 रुपये के नोट

नई दिल्ली: देश के सबसे बड़े बैंक एसबीआई ने इस बाबत जानकारी दी है कि एक सप्ताह में 2000 रुपये के कितने नोट बैंकों में जमा किए गए हैं. एसबीआई के चेयरमैन दिनेश कुमार खारा ने बताया कि अभी तक SBI के सभी ब्रांच और डिपॉजिट मशीन से 2000 रुपये के नोट के 14 हजार करोड़ रुपये जमा किए गए हैं. ये जानकारी Dinesh Kumar Khara ने गांधीनगर में GIFT-IFSC पर एसबीआई की फॉरेन करेंसी बॉन्ड लिस्टिंग सेरमनी में दी.

3000 करोड़ रुपये के नोटबदली किए गए
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार खारा ने बताया कि बैंकों में 14,000 करोड़ रुपये के मूल्य के बराबर 2000 रुपये के नोट जमा किए गए. जबकि बैंकों के सभी ब्रांचों में कुल मिलाकर 3000 करोड़ रुपये नोटबदली किए गए हैं. इस तरह मार्केट में जितने भी 2000 रुपये के नोट हैं, उसका 20 फीसदी SBI के पास आ चुका है. RBI की एनुअल रिपोर्ट के अनुसार 31 मार्च 2022 तक, 2000 रुपये के कुल नोट 214.20 करोड़ नोट चलन में मौजूद हैं. जो कुल नोटों का 1.6 फीसदी है. वहीं, मूल्य के हिसाब से देखें तो 4,28,394 करोड़ रुपये के नोट चलन में जारी हैं.

2000 रुपये के नोट 2016 से चलन में
आरबीआई ने 19 मई को घोषणा की थी कि 2000 रुपये के नोटों को जल्द ही सर्कुलेशन से बाहर कर दिया जाएगा. हालांकि इसके लिए केद्रीय बैंक ने 30 सितबंर तक नोटबदली का समय दिया है. यानी तब तक 2000 रुपये के नोट लीगल टेंडर में बने रहेंगे. नोटबदली की प्रक्रिया 23 मई से शुरू की गई और 30 सितंबर को आज एक सप्ताह हो गया है. 2000 रुपये के नोट मार्केट में 2016 की नोटबंदी के बाद से चलन में आए थे. जब 500 और 1000 रुपये की नोट की जगह सरकार 2000 रुपये के नए नोट चलन में लेकर आई थी.

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सरकार काले धन पर लगाम कसने के लिए 2000 रुपये के नोट बाजार में लेकर आई थी. लेकिन यह नोट लोगों के बीच लेन- देन में ज्यादा इस्तेमाल न किया गया यानी यह लोगों के बीच कम लोकप्रिय पाया गया. जिसे देखते हुए RBI ने क्लीन नोट पॉलिसी के तहत अब वापस लेने का निर्णय लिया है. हालांकि, नोटबदली के लिए बैंकों में ज्यादा भीड़ नहीं देखी जा रही है. इसके पीछे नोटबदली के लिए दिया गया समय कारण हो सकता है.

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