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यूपी-बिहार व कर्नाटक के पास कोविड टीकों की अधिकतम खुराक उपलब्ध

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Published : Oct 29, 2021, 7:11 PM IST

उत्तर प्रदेश, बिहार और कर्नाटक शीर्ष तीन राज्य हैं जिनके पास सबसे अधिक संख्या में Covid-19 के टीके उपलब्ध हैं. राष्ट्रीय Covid-19 टीकाकरण कार्यक्रम के तहत केंद्र सरकार द्वारा टीके नि:शुल्क प्रदान किए जा रहे हैं.

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नई दिल्ली : ईटीवी भारत के पास मौजूद आंकड़े बताते हैं कि उत्तर प्रदेश में कोविड-19 टीकों (कोविशील्ड और कोवैक्सिन दोनों) की 1,06,44,405 खुराकें हैं, इसके बाद बिहार में 1,02, 17,295 और कर्नाटक में कोविड-19 टीकों की 1,01,59,855 खुराकें उपलब्ध हैं.

आंकड़ों के अनुसार केंद्र सरकार ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को Covid-19 टीकों की 1,09,63,11,615 खुराक वितरित की हैं. जबकि 12,31,53,481 खुराक अभी संबंधित राज्य सरकार व केंद्र शासित प्रदेशों के पास हैं.

गौरतलब है कि कोविड-19 की खुराक के अधिकतम उपयोग के लिए राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को आगे बढ़ाने के लिए केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के प्रतिनिधियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की.

स्वास्थ्य मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा कि केंद्र सरकार ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को और अधिक खुराक उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया है. राष्ट्रीय टीकाकरण नीति के तहत केंद्र सरकार द्वारा टीके निःशुल्क उपलब्ध कराए जाते हैं.

केंद्र ने हाल ही में सभी राज्य सरकारों और केंद्र शासित प्रदेशों को 30 नवंबर तक टीकाकरण के पहले डोज पूरा करने के लिए कहा है. ईटीवी भारत के पास मौजूद आंकड़े बताते हैं कि अन्य पूर्वोत्तर राज्यों की तुलना में असम में सबसे ज्यादा कोविड-19 के टीके हैं.

आंकड़ों के अनुसार असम में कोविशील्ड और कोवैक्सिन दोनों की 41,48,885 खुराकें हैं. इसके बाद अरुणाचल प्रदेश 6,25,510, मणिपुर 11,94,010, मेघालय 3,77,599, मिजोरम 4,45,820, नागालैंड 2,70,040, सिक्किम 2,49,580 हैं. त्रिपुरा के स्टॉक में 7,34,460 मुफ्त Covid-19 टीके हैं.

राज्यों द्वारा कोविड-19 के टीकों के धीमे उपयोग ने केंद्र सरकार के लिए बड़ी चिंता पैदा कर दी है. संपर्क करने पर, एसोसिएशन हेल्थ केयर प्रोवाइडर्स- इंडिया के महानिदेशक डॉ गिरिधर ज्ञानी ने ईटीवी भारत को बताया कि राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की लापरवाही के कारण है कि इतनी बड़ी संख्या में टीके अभी भी स्टॉक में हैं.

डॉ ज्ञानी ने कहा कि पहले, राज्य सरकार और केंद्र शासित प्रदेश टीके मांगते रहते थे और जब टीके उपलब्ध होते हैं, तो वे इसका उपयोग करने में असमर्थ हैं. उन्होंने सुझाव दिया कि सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को टीकों के उचित उपयोग के लिए एक सक्रिय रणनीति अपनानी चाहिए.

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असम के स्वास्थ्य मंत्री केशव महानत ने ईटीवी भारत से बात करते हुए कहा कि उनकी सरकार जल्द से जल्द सभी योग्य लोगों को टीके की पहली खुराक देगी. महंत ने ईटीवी भारत से कहा कि एक बार जब हम अपने सभी पात्र लोगों के लिए पहली खुराक का दे देंगे तो दूसरी खुराक को भी जल्द से जल्द पूरा करने का प्रयास करेंगे.

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