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राजस्थानः कांगो में शहीद हुए बाड़मेर के सांवलाराम की पार्थिव देह पहुंची जोधपुर...

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Published : Jul 31, 2022, 7:38 PM IST

कांगो में शहीद हुए (UN Peacekeeping Mission) बाड़मेर के सांवलाराम की पार्थिव देह रविवार को जोधपुर पहुंची. जहां बीएसएफ के आला अधिकारियों, जवानों और जोधपुर पुलिस के अधिकारियों ने शहीद को पुष्प चक्र अर्पित कर श्रद्धांजलि दी.

UN Peacekeeping Mission, Democratic Republic of the Congo
शहीद हुए बाड़मेर के सांवलाराम की पार्थिव देह पहुंची जोधपुर.

जोधपुर. डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ कांगो (Democratic Republic of the Congo) के पूर्वी शहरों गोमा और बुटेंबो में संयुक्त राष्ट्र विरोधी हिंसक प्रदर्शन चल रहा है. बीते मंगलवार को भीड़ ने सैन्य कैंप पर हमला कर दिया था. इस दौरान सीमा सुरक्षा बल के जवान सांवलाराम बिश्नोई को गंभीर चोटें आईं थी, जिससे उनका निधन हो गया था.

रविवार सुबह सांवलाराम का शव दिल्ली पहुंचा, जहां केंद्रीय मंत्री कैलाश चौधरी ने उन्हें श्रद्धांजलि दी. इसके बाद शव को (Barmer Savlaram Bishnoi Martyr) जोधपुर भेजा गया. यहां से बाड़मेर रवाना किया गया है. कल सुबह तक बीएसएफ के बाड़मेर स्थित कैंप में देह अंतिम दर्शन के लिए रखी जाएगी. इसके बाद उनके पैतृक गांव में अंतिम संस्कार होगा.

कांगो में शहीद हुए बाड़मेर के सांवलाराम की पार्थिव देह पहुंची जोधपुर.

बाड़मेर के बांड गांव के खीचड़ों का वास निवासी सांवलाराम बिश्नोई पुत्र विरधाराम 1999 में बीएसएफ में भर्ती हुए थे. गत माह जून 2022 में ही भारत सरकार ने संयुक्त राष्ट्र संघ की शांति सैनिक की टुकड़ी में सांवलाराम को भी शामिल कर भेजा था. मंगलवार को हुए हमले में (Dead Body of Martyr Sanvlaram Reached Jodhpur) राजस्थान के दो जवान वहां शाहिद हो गए थे. सांवलाराम के दो बेटे हैं. इनमें बड़ा अक्षय कुमार 14 वर्ष, अभिनव 12 वर्ष है.

पढ़ें :UN Peacekeeping Mission : कांगो में हुई हिंसक घटना में राजस्थान के दो BSF जवान शहीद

सीएम गहलोत ने व्यक्त की थी संवेदना- सीएम अशोक गहलोत ने ट्वीट कर संवेदना व्यक्त की थी. उन्होंने लिखा था किअफ्रीकी देश डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ कॉन्गो में शांति सेना में तैनात भारतीय सीमा सुरक्षा बल के सैनिकों की मृत्यु दुखद है. मैं दोनों जवानों की शहादत को नमन करता हूं. इस घटना में शहीद हुए BSF के दोनों जवान सांवलाराम विश्नोई बाड़मेर और शिशुपाल सिंह सीकर के निवासी थे. उन्होंने भारत सरकार से मांग की कि सांवलाराम और शिशुपाल के हत्यारों को अंतरराष्ट्रीय नियमों के तहत न्यायपूर्ण कार्रवाई के दायरे में लाकर न्याय सुनिश्चित करें. वहीं, विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने भी दोनों सैनिकों की शहादत पर दुख जताते हुए शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की थी.

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