नई दिल्ली : आर्थिक सर्वे के बाद मंगलवार को सरकार बजट पेश करेगी. बजट से लोगों की कई उम्मीदें हैं. इस विषय पर ईटीवी भारत ने आर्थिक मामलों के जानकारी आकाश जिंदल से विशेष बातचीत की है. क्या हैं लोगों की उम्मीदें, पढ़िए पूरी खबर. जिंदल ने बताया कि सरकार इस बार बजट में रोजगार बढ़ाने और महंगाई पर लगाम लगाने को लेकर महत्वपूर्ण फैसले ले सकती है.
आर्थिक विशेषज्ञ आकाश जिंदल ने कहा कि हमारी अर्थव्यवस्था कोविड की वजह से बुरी तरह प्रभावित हुई है. विकास दर धीमी हो चुकी है. उत्पादन प्रभावित हुआ है और इसका सबसे अधिक असर मध्यम वर्गीय लोग, छोटे व्यापारी, कृषि क्षेत्र पर पड़ा है. ईटीवी भारत से बात करते हुए जिंदल ने कहा कि क्योंकि इस वक्त पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है, लिहाजा केंद्र सरकार रोजगार और महंगाई जैसे मुद्दों पर जरूर राहत देने की कोशिश करेगी. आप कह सकते हैं कि यह एक पॉपुलिस्ट बजट हो सकता है. उन्होंने कहा कि अगर आप मुझे पूछेंगे, तो मैं चाहूंगा कि सरकार सबसे पहले रोजगार बढ़ाने को लेकर फैसला करे और उसके बाद महंगाई के विषय पर निर्णय होना चाहिए. जिंदल ने कहा कि अगर इन दोनों मुद्दों को हल नहीं किया गया, तो समाज में अंसतुलन बढ़ेगा और अराजकता की स्थिति बन सकती है.
जिंदल का मानना है कि सरकार हाउसिंग क्षेत्र को भी प्राथमिकता जरूर देगी. उनके अनुसार इस वर्ष के बजट में होम लोन कटौती सीमा में वृद्धि पर भी ध्यान केंद्रित किया जा सकता है. इसी तरह से कृषि को लेकर भी सबकी नजरें रहेंगी. हालांकि, सरकार ने तीन कृषि कानूनों को वापस ले लिया है, फिर भी कृषि क्षेत्र गंभीर संकट से जूझ रहा है. जिंदल ने कहा कि हमें उम्मीद है कि पीएम किसान सम्मान निधि योजना की राशि में 40 फीसदी तक बढ़ोतरी हो सकती है. इससे निश्चित तौर पर किसानों को रिलीफ मिलेगा.