दिल्ली

delhi

केदारनाथ धाम के गर्भगृह में श्रद्धालुओं की एंट्री बैन, सभा मंडप से ही करने होंगे बाबा के दर्शन

By

Published : Sep 19, 2022, 3:54 PM IST

Kedarnath Dham
केदारनाथ धाम के गर्भगृह में श्रद्धालुओं की एंट्री बैन ()

उत्तराखंड चारधाम यात्रा (Uttarakhand Chardham Yatra) में श्रद्धालुओं की संख्या पहले की तरह बढ़ने लगी है. वहीं केदारनाथ धाम में भी औसतन रोजाना 13 हजार यात्री पहुंचे रहे हैं. ऐसे में व्यवस्थाएं बनाने के लिए बदरी केदार मंदिर समिति ने फैसला लिया कि श्रद्धालुओं को बाबा केदार का दर्शन सभा मंडप से ही कराए जाए. आम श्रद्धालुओं को केदारनाथ गर्भगृह (Kedarnath sanctum) में जाने की अनुमति नहीं (Ban on entry of devotees) है. हालांकि विशेष पूजाएं मंदिर के अंदर ही की जा रही हैं.

देहरादून: मॉनसून की रफ्तार कम होते ही उत्तराखंड चारधाम यात्रा (Uttarakhand Chardham Yatra) में श्रद्धालुओं की संख्या पहले ही तरह बढ़ने लगी है. ऐसे में बदरी केदार मंदिर समिति (Kedar Temple Committee) ने श्रद्धालुओं के केदारनाथ गर्भगृह (Kedarnath sanctum) में प्रवेश पर रोक लगा दी (Ban on entry of devotees) है. मंदिर समिति सभा मंडप से ही श्रद्धालुओं को बाबा केदार के दर्शन करा रही है. केदारनाथ धाम में फिलहाल औसतन रोजाना 13 हजार यात्री पहुंचे रहे हैं.

जुलाई में जैसे ही मॉनसून ने रफ्तार पकड़ी तो उत्तराखंड चारधाम यात्रा में आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में भी कमी देखी गई थी. श्रद्धालुओं की संख्या सीमित होने पर बदरी केदार मंदिर समिति ने उन्हें मंदिर गर्भगृह में प्रवेश की अनुमति दे दी थी. जैसे ही अब श्रद्धालुओं की संख्या फिर से बड़ी तो गर्भगृह में प्रवेश पर रोक लगा दी गई.
पढ़ें-अबतक 11.98 लाख श्रद्धालु कर चुके बाबा केदार के दर्शन, राकेश्वरी मंदिर में पौराणिक जागर का समापन

बदरी केदार मंदिर समिति के अनुसार विशेष पूजाएं मंदिर के अंदर ही की जा रही हैं और मंदिर में पूजा का समय भी बढ़ा दिया है. यात्रियों की संख्या को देखते हुए रात्रि साढ़े 12 बजे से सुबह पांच बजे तक विशेष पूजाएं कराई जा रही हैं.

सामान्य यात्रियों को भी रात नौ बजे तक दर्शन कराए जा रहे हैं. बदरी केदार मंदिर समिति के अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने बताया कि यात्रियों की भारी भीड़ को देखते हुए गर्भगृह में प्रवेश पर रोक लगाई गई है. पूर्व में यात्री गर्भगृह के अंदर जाकर शिवलिंग के दर्शन कर रहे थे.

ABOUT THE AUTHOR

...view details