सूरजपुर: जिले के कई नगर पंचायत एवं नगर पालिका के अनारक्षित होने से राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो गई हैं. सूरजपुर नगर पालिका अनारक्षित होते ही हर कोई चुनाव लड़ने की जुगत में लग गया है. इससे चुनाव लड़ने वाले लोगों की लिस्ट भी लंबी होती जा रही है.
निर्वाचन आयोग के इस फैसले से कांग्रेस के पदाधिकारी आरक्षण को लेकर उत्साहित हैं. वहीं पिछले चुनाव में जिले के किसी भी निकाय में कांग्रेस के उम्मीदवार अध्यक्ष पद पर काबिज नहीं हुए थे, लेकिन इस बार कड़ी चुनौती दे रहें हैं. इतना ही नहीं कांग्रेस इलाके में विकास न होने का दावा कर रही है, तो भाजपा अपने विकास को गिनाने में पीछे नहीं हट रही है.
लोगों में खुशी का माहौल
बता दें कि प्रतापपुर नगर पंचायत सीट को अनारक्षित रखा गया है, वहीं बिश्रामपुर नगर पंचायत को अनारक्षित, भटगांव नगर पंचायत को ओबीसी, जरी नगर पंचायत को अनारक्षित रखा गया है. साथ ही प्रेमनगर को अनुसूचित जनजाति के लिए घोषित किया गया है, जिससे लोगों में खुशी का माहौल है.
Body:प्रदेश में नगरी निकाय निर्वाचन के लिए नगरी निकाय सीटों पर आरक्षण तय होते ही सूरजपुर में राजनीतिक दलों में सरगर्मियां तेज हो गई हैं जहां सूरजपुर नगर पालिका अनारक्षित तो वही नगर पंचायत प्रतापपुर अनारक्षित नगर पंचायत बिश्रामपुर अनारक्षित नगर पंचायत भटगांव ओबीसी नगर पंचायत जरी अनारक्षित प्रेमनगर को अनुसूचित जनजाति घोषित किया गया है जहां कांग्रेस के पदाधिकारी आरक्षण को लेकर उत्साहित हैं वहीं पिछले चुनाव में जिले के किसी भी निकाय में कांग्रेस के उम्मीदवार अध्यक्ष पद पर काबिज नहीं होने के कारण इस बार चुनौती मान रहे हैं वही कांग्रेश विकास ना होने का दावा कर रही है तो भाजपा अपने विकास को गिराने में पीछे नहीं हट रही है अनारक्षित सीट होने से दावेदारों की लिस्ट भी लंबी होती जा रही है हर कोई चुनाव लड़ने की तैयारी में जुड़ गया है
Conclusion:बाहर हाल सूरजपुर नगरपालिका अनारक्षित होते ही राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो गई हैं अब देखने वाली बात होगी की पार्टी किस प्रत्याशी पर अपना दाव खेलती है
बाईट - आरके ओझा प्रवक्ता कांग्रेश सूरजपुर
बाईट - भीमसेन अग्रवाल,,,, पूर्व पाठ्य पुस्तक निगम छत्तीसगढ़ शासन( भाजपा)