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सूरजपुर में कुपोषण दूर करने क्या है तैयारियां, जानिए

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Published : Oct 21, 2021, 12:31 PM IST

Updated : Oct 21, 2021, 6:49 PM IST

सुरजपूर (Surajpur) जिले को कुपोषण मुक्त(Malnutrition free) बनाने को लेकर जिला प्रशासन (District administration) और महिला बाल विकास (Women and Child Development) ने एक अनोखी पहल शुरू की है. जिले के सभी कुपोषित बच्चों(Malnourished children) का रजिस्ट्रेशन (Registration) किया जाएगा. उसके बाद उन्हें स्पेशलिस्ट (Specialist) की देख-रेख में महीने भर जच्चा और बच्चा दोनों को रखा जाएगा.

Initiative to nurture malnourished children
कुपोषित बच्चों को पोषित करने की पहल

सुरजपुरः छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के सुरजपूर (Surajpur) जिले को कुपोषण मुक्त (Malnutrition free) बनाने की ओर प्रशासन ने कदम बढ़ाया है. दरअसल, जिला प्रशासन (District administration) और महिला बाल विकास (Women and Child Development) ने एक अनोखी पहल शुरू की है. जिसमें जिले के सभी कुपोषित बच्चों (Malnourished children) का रजिस्ट्रेशन (Registration) किया जाएगा. उसके बाद उन्हें स्पेशलिस्ट (Specialist) की देख-रेख में महीनों रखा जाएगा.

सूरजपुर में कुपोषण दूर

अब तक जिले भर में 135 बच्चों का रजिस्ट्रेशन हो चुका है. इसके साथ ही सूरजपुर प्रदेश का पहला जिला बन गया है जो कुपोषण मुक्त बनने के लिए चिरंजीवी अभियान (Chiranjeevi campaign) चला रहा है. फिलहाल रजिस्ट्रेशन जारी है. वहीं, इस अभियान के तहत जिले में जितने भी कुपोषित बच्चे हैं उनको उनकी मां के साथ एक सामुदायिक भवन में 1 माह तक के लिए रखा जाएगा.

बच्चे के साथ मां की भी होगी निगरानी

वहीं, सामुदायिक भवन में बच्चों के खिलौने से लेकर आहार तक की व्यवस्था की गई है. साथ ही प्रदेश के चाइल्ड स्पेशलिस्ट डॉक्टरों (Child specialist doctors) की भी इस दौरान मदद ली जाएगी. इतना ही नहीं इस एक माह में बच्चों के साथ उनकी मां के सेहत का पूरा ख्याल रखा जा रहा है. ताकि मां और बच्चा दोनों कुपोषण का शिकार होने से बचे.

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गंभीर बीमारी होने पर होगा निःशुल्क इलाज

वहीं, इस विषय में जिला प्रशासन ने बताया कि इन कुपोषित बच्चे और उनकी मां को एक महीना तक डॉक्टरों और स्पेशलिस्ट लोगों की निगरानी में रखा जाएगा और इस 1 महीने में मां और बच्चे दोनों को सुपोषित करने के लिए भी कई तरह के प्रयास किए जाएंगे. इतना ही नहीं सभी मां और बच्चों का स्पेशलिस्ट डॉक्टरों की निगरानी में पूरी तरह से चेकअप किया जाएगा. इस दौरान अगर कोई बच्चा बीमार पाया जाता है तो उसका निःशुल्क इलाज किया जाएगा.

रजिस्ट्रेशन अब भी जारी

फिलहाल जिले भर में 135 बच्चों का रजिस्ट्रेशन हुआ है. साथ ही उम्मीद जताई जा रही है कि जल्द ही यह आंकड़ा बढ़ेगा और जिले के सभी कुपोषित बच्चों को जल्द ही सुपोषित किया जा सकेगा. जिला प्रशासन और महिला बाल विकास का लक्ष्य है कि जिले को जल्द से जल्द कुपोषण मुक्त बनाया जाए.

Last Updated :Oct 21, 2021, 6:49 PM IST

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