राजनांदगांव:राजनांदगांव की बेटी ज्ञानेश्वरी यादव ने एक बार फिर प्रदेश का नाम रोशन किया है. ज्ञानेश्वरी ने पश्चिम बंगाल के कोलकाता में हो रहे अस्मिता खेलो इंडिया महिला रैंकिंग चैंपियनशिप के सीनियर और जूनियर वर्ग में गोल्ड मेडल जीता है. इस चैंपियनशिप में देशभर के 11 राज्यों के खिलाड़ी शामिल हुए थे. इस खेल का आयोजन 2 दिसंबर से लेकर 6 दिसंबर तक किया गया. इसमें छत्तीसगढ़ का प्रतिनिधित्व ज्ञानेश्वरी यादव कर रही थी.
Gyaneshwari Yadav Won Gold Medal: पश्चिम बंगाल में अस्मिता खेलो इंडिया, ज्ञानेश्वरी यादव ने जीता गोल्ड मेडल
By ETV Bharat Chhattisgarh Team
Published : Dec 6, 2023, 5:56 PM IST
Gyaneshwari Yadav won gold medal: पश्चिम बंगाल में आयोजित अस्मिता खेलो इंडिया में राजनांदगांव की बेटी ज्ञानेश्वरी ने गोल्ड मेडल जीता है. इस प्रतियोगिता में ज्ञानेश्वरी छत्तीसगढ़ का प्रतिनिधित्व कर रही थी. Asmita Khelo India in West Bengal
राजनांदगांव की बेटी ज्ञानेश्वरी यादवने बंगाल में किया कमाल: दरअसल, राजनांदगांव की बेटी ज्ञानेश्वरी यादव ने कई चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीत कर पूरे देश का नाम रोशन किया है. पूरे देश में ज्ञानेश्वरी टॉप रैंकिंग की खिलाड़ी हैं. एक बार फिर ज्ञानेश्वरी यादव ने अपने खेल का जौहर दिखाते हुए पश्चिम बंगाल के कोलकाता में आयोजित अस्मिता खेलो इंडिया महिला रैंकिंग चैंपियनशिप में जूनियर और सीनियर वर्ग में गोल्ड मेडल जीता है. ज्ञानेश्वरी यादव लगातार ऐसी कई उपलब्धि हासिल करने वाली देश की पहली खिलाड़ी बन गई हैं. गरीब परिवार से आने वाली ज्ञानेश्वरी यादव ने यह साबित कर दिया कि प्रतिभा किसी परिस्थिति का मोहताज नहीं होता. उन्होंने गोल्ड मेडल जीत कर इतिहास रच दिया है. ज्ञानेश्वरी के इस उपलब्धि पर पूरे शहर में खुशी का माहौल है.
पिता ने जाहिर की खुशी:इधर, ज्ञानेश्वरी के पिता दीपक यादव ने भी खुशी जाहिर की है. उन्होंने कहा है कि, "यह खुशी का क्षण है और प्रदेश के लिए बड़ी उपलब्धि है." बता दें कि ज्ञानेश्वरी यादव लगातार शानदार प्रदर्शन करते हुए उपलब्धि हासिल कर रही है. इससे पहले भी उन्होंने कई गोल्ड मेडल और सिल्वर मेडल अपने नाम किए हैं. इस प्रतियोगिता में हिमाचल प्रदेश के नगरोटा में जून में हुए नेशनल वेटलिफ्टिंग रैंकिंग चैंपियनशिप में ज्ञानेश्वरी यादव ने 49 किलोग्राम भार वर्ग में देश की नंबर वन वेटलिफ्टर बन गईं थीं. ज्ञानेश्वरी सीनियर वर्ग में भी मैदान में उतरी थीं. वहां उन्होंने टोक्यो ओलंपिक की सिल्वर मेडलिस्ट मीराबाई चानू को टक्कर दिया था. इसमें ज्ञानेश्वरी यादव ने इस प्रतियोगिता में रजत पदक पर कब्जा किया था. इसके साथ ही इसी भार वर्ग में जूनियर वर्ग की स्पर्धा में ज्ञानेश्वरी ने स्वर्ण पदक अपने नाम किया था.