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राजनांदगांव: डेढ़ साल से पेंशन के लिए भटक रहा डॉक्टर, कोर्ट जाने की तैयारी

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Published : Nov 15, 2019, 8:11 PM IST

राजनांदगांव मेडिकल कॉलेज अस्पताल का जहां पर असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर पदस्थ डॉक्टर आरके सकलेचा मार्च 2018 में रिटायर हुए थे. तब से अब तक वो अपनी पेंशन की रकम के लिए भटक रहे हैं.

पेंशन के लिए भटक रहा डॉक्टर

राजनांदगांव:आमतौर पर सरकारी दफ्तरों में निराश्रितों को पेंशन के लिए अक्सर भटकते देखा जा सकता है, लेकिन जिले के मेडिकल कॉलेज अस्पताल में एक ऐसा मामला सामने आया है जहां पिछले 18 महीनों से एक डॉक्टर अपने पेंशन के लिए भटक रहा है.

डेढ़ साल से पेंशन के लिए भटक रहा डॉक्टर

मामला है राजनांदगांव मेडिकल कॉलेज अस्पताल का जहां पर असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर पदस्थ डॉक्टर आरके सकलेचा मार्च 2018 में रिटायर हुए थे. रिटायर होने के बाद उन्होंने अपनी पेंशन के लिए आवेदन किया, लेकिन संचालनालय से अब तक उनके रिटायरमेंट की कोई भी दस्तावेज मेडिकल कॉलेज अस्पताल को नहीं सौंपी गई.

इसकी वजह से उनका पेंशन अब तक नहीं बन पाया है. पेंशन की रकम नहीं मिलने से उनकी आर्थिक स्थिति पर काफी असर पड़ रहा है. हालात यह है कि अब थक हार कर डॉक्टर प्राइवेट प्रैक्टिस कर अपना परिवार चला रहा है.

करीब एक दर्जन बार किया पत्राचार
पेंशन प्रकरण में पेंशन को शुरू कराने के लिए करीब एक दर्जन से ज्यादा पत्राचार मेडिकल कॉलेज के डीन ने संचालनालय स्वास्थ्य सेवाओं को किया है, लेकिन अब तक डॉक्टर सकलेचा के प्रकरण में कोई भी आदेश जारी नहीं किए गए हैं. इसकी वजह से उन्हें 18 महीने बीत जाने के बाद भी पेंशन नहीं मिली है.

पीएम-सीएम सहित स्वास्थ्य मंत्री को शिकायत
डॉक्टर सकलेचा ने इस मामले की पूरी शिकायत प्रधानमंत्री कार्यालय और सीएम हाउस सहित स्वास्थ्य मंत्री को भी कर दी. हैरानी की बात तो यह है कि स्वास्थ्य मंत्री के लिखित पत्र आने के बाद भी इस मामले में कोई भी कार्रवाई नहीं की गई. इस वजह से अब डॉक्टर सकलेचा इस मामले की जांच की मांग कर रहे हैं.

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कोर्ट जाने की तैयारी
मामले को लेकर डॉक्टर आरके सकलेचा का कहना है कि 18 महीने से पेंशन नहीं मिलने से वे परेशान हैं. लगातार प्रशासनिक और संवैधानिक पदों पर बैठे लोगों को शिकायत करने के बाद भी मामले में कार्रवाई नहीं की गई. इस कारण वे अब कोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगे. पूरे मामले को लेकर के उन्होंने कोर्ट में याचिका दायर करने की बात भी कही है.

Intro:राजनांदगांव आमतौर पर सरकारी दफ्तरों में निराश्रिततो को पेंशन के लिए अक्सर कर भटकते देखा जा सकता है लेकिन राजनांदगांव जिले के मेडिकल कॉलेज अस्पताल में एक ऐसा मामला सामने आया है जहां पिछले 18 महीनों से एक डॉक्टर अपने पेंशन के लिए भटक रहा है दर्जनों बार संचनालय स्वास्थ्य सेवाएं में लिखित पत्र सौंपा लेकिन अब तक के किसी भी अधिकारी के कान में जूं नहीं रेंगी हालात यह है कि अब थक हार कर डॉक्टर प्राइवेट प्रैक्टिस कर अपना परिवार चला रहे हैं.


Body:यह मामला है राजनांदगांव मेडिकल कॉलेज अस्पताल का जहां पर असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर पदस्थ डॉक्टर आरके सकलेचा मार्च दो हजार अट्ठारह में रिटायर हुए थे रिटायर के बाद उन्होंने अपनी पेंशन के लिए आवेदन किया लेकिन संचनालय से अब तक उनके रिटायरमेंट के कोई भी दस्तावेज मेडिकल कॉलेज अस्पताल को नहीं सौंपा गए इसके चलते उनका पेंशन अब तक नहीं बन पाया है पेंशन की रकम नहीं मिलने से उनकी आर्थिक स्थिति पर काफी विपरीत असर पड़ रहा है हालात यह है कि वे अब प्राइवेट प्रैक्टिस करके अपना परिवार चला रहे हैं.
तकरीबन एक दर्जन बार किया पत्राचार
पेंशन प्रकरण में पेंशन को शुरू कराने के लिए तकरीबन एक दर्जन से ज्यादा पत्राचार मेडिकल कॉलेज के डीन ने संचनालय स्वास्थ्य सेवाओं को किया है लेकिन अब तक डॉक्टर सकलेचा के प्रकरण में कोई भी आदेश जारी नहीं किए गए हैं इसके चलते तकरीबन 18 महीने बीतने के बाद भी उन्हें पेंशन की रकम नहीं मिल पाई है.
पीएम सीएम सहित स्वास्थ्य मंत्री को शिकायत
प्रशासनिक हठधर्मिता का इससे बड़ा उदाहरण नहीं हो सकता डॉक्टर सकलेचा ने अपने पेंशन को शुरू करने के लिए कई बार स्वास्थ्य विभाग को आवेदन किया लेकिन कोई हल नहीं निकलने पर उन्होंने इस मामले की पूरी शिकायत प्रधानमंत्री कार्यालय सीएम हाउस सहित स्वास्थ्य मंत्री को की हैरानी की बात तो यह है कि स्वास्थ्य मंत्री के लिखित पत्र आने के बाद भी इस मामले में कोई भी कार्यवाही नहीं की गई इस कारण अब डॉक्टर सकलेचा इस मामले की जांच की मांग कर रहे हैं.



Conclusion:कोर्ट जाने की तैयारी
मामले को लेकर के डॉक्टर आरके सकलेचा का कहना है कि तकरीबन 18 महीने से पेंशन नहीं मिलने से वे परेशान हैं लगातार प्रशासनिक और संवैधानिक पदों पर बैठे लोगों को शिकायत करने के बाद भी मामले में कार्रवाई नहीं की गई इस कारण वे अब कोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगे. पूरे मामले को लेकर के उन्होंने कोर्ट में याचिका दायर करने की बात भी कही है.

bite डॉक्टर आरके सकलेचा रिटायर्ड असिस्टेंट प्रोफेसर मेडिकल कॉलेज राजनांदगांव

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