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चावल पर चर्चा: छत्तीसगढ़ की राजनीति गरमाई

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Published : Mar 1, 2021, 12:14 PM IST

Updated : Mar 1, 2021, 3:30 PM IST

केंद्रीय पूल में चावल का कोटा बढ़ाने की मांग को लेकर पीयूष गोयल से निराशाजनक वार्ता के बाद सीएम भूपेश बघेल के प्रधानमंत्री से बात करने की बात पर छत्तीसगढ़ की राजनीति गरमा गई है. बीजेपी का आरोप है कि प्रदेश सरकार अपनी कमियां छुपाने केंद्र पर आरोप लगा रही है. कांग्रेस का कहना है कि केंद्र अपने वादे से मुकर रही है.

Rhetoric among bjp and Congress in raipur to increase rice quota in central pool
केंद्रीय पूल में चावल का कोटा बढ़ाने की मांग पर छत्तीसगढ़ में राजनीति गर्माई

रायपुर: प्रदेश में धान और चावल राजनीति का एक बड़ा मुद्दा बनता जा रहा है. जहां पहले धान खरीदी को लेकर पक्ष-विपक्ष आमने सामने खड़े थे तो वहीं अब दूसरी ओर केंद्रीय पूल में चावल ना लिए जाने को लेकर पक्ष-विपक्ष एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगा रहे हैं. आलम है कि अब राज्य सरकार ने सीधे तौर पर केंद्र सरकार पर सहयोग ना करने का आरोप लगाया है. इस मामले को लेकर पीएम से मिलने की जुगत में लग गए है. मुख्यमंत्री ने चावल को लेकर सीधे प्रधानमंत्री से मिलकर चर्चा करने की बात कही है. हालांकि अभी तक उन्हें पीएम से मुलाकात का समय नहीं मिला है.

केंद्रीय पूल में चावल का कोटा बढ़ाने की मांग पर छत्तीसगढ़ में राजनीति गर्माई

'केंद्र से सहयोग नहीं मिल रहा ये कहना गलत है'

केंद्रीय पूल में चावल का कोटा बढ़ाने के विवाद को लेकर अब सत्तापक्ष और विपक्ष एक दूसरे पर वादे पर खरा नहीं उतरने का आरोप लगा रहे हैं. बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता संजय श्रीवास्तव का कहना है कि छत्तीसगढ़ की भूपेश सरकार चावल और किसान के मामले में फेल हो चुकी है. इस वजह से अपनी कमियां छुपाने केंद्र सरकार पर आरोप लगा रही है. कभी केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल से मुलाकात करते हैं तो कभी प्रधानमंत्री से मिलने की बात करते हैं. उन्होंने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री अपनी मांगों को लेकर प्रधानमंत्री से मिले इसमें कोई आपत्ति नहीं है, लेकिन हर मुलाकात के बाद ये कहना कि सहयोग नहीं मिल रहा है ये सही नहीं है. केंद्र और राज्य सरकारों की अपनी अपनी योजनाएं रहती है. अपनी-अपनी क्षमता रहती है और अपने-अपने हिसाब से सरकारें काम करती हैं.

बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता संजय श्रीवास्तव

'केंद्र सरकार अपने वादे से पीछे हट रही है'

बीजेपी के आरोपों पर कांग्रेस मीडिया विभाग के प्रदेश अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा कि केंद्र सरकार ने छत्तीसगढ़ सरकार को पत्र लिखकर कहा था कि 60 लाख मीट्रिक टन चावल लेंगे. लेकिन अब केंद्र सरकार अपने इस दायित्व से मुकरने की कोशिश कर रही है. यह पूरी तरीके से गलत है. छत्तीसगढ़ के धान उगाने वाले किसानों के साथ अन्याय है.

कांग्रेस मीडिया विभाग के प्रदेश अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी

'राज्य के हितों के लिए प्रधानमंत्री से मिलने की बनाई योजना'

प्रधानमंत्री से मिलने के लिए समय मांगने को लेकर त्रिवेदी ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल प्रदेश के किसानों, मजदूरों और युवाओं के हितों के लिए किसी से मिलने में कोई परहेज नहीं करते हैं. उन्होंने दो वरिष्ठ मंत्रियों रविंद्र चौबे और अमरजीत भगत के साथ दिल्ली जाकर गोयल से मुलाकात की. इसके बाद उन्होंने कहा कि अब वे प्रधानमंत्री से मिलेंगे. यह राज्य के हितों के लिए मुख्यमंत्री के समर्पण का जीता जागता सबूत है.

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पीयूष गोयल के साथ नहीं बनी बात

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पिछले दिनों मंत्री रविंद्र चौबे और अमरजीत के साथ दिल्ली गए थे. जहां उन्होंने केंद्रीय खाद्य मंत्री पीयूष गोयल से मुलाकात की. इस मुलाकात के दौरान उन्होंने FCI में 60 लाख मीट्रिक टन चावल देने के संबंध में चर्चा की. सीएम भूपेश बघेल ने केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल से कहा कि केंद्र के साथ 60 लाख मीट्रिक टन चावल खरीदने की सहमति बनी है. लेकिन अभी तक 24 लाख मीट्रिक टन की अनुमति मिली है. स्टेट पूल में 20 लाख मीट्रिक टन चावल लगता है. 16 लाख मीट्रिक टन की अनुमति भी दे दी जाए. लेकिन केंद्रीय खाद्य मंत्री ने अनुमति देने से इंकार कर दिया है. जिसके बाद अब सीएम बघेल ने प्रधानमंत्री से मुलाकात कर अपनी बात रखने का मन बनाया है.

Last Updated :Mar 1, 2021, 3:30 PM IST

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