Letter Written In Blood To Rahul Gandhi : दिव्यांग महिला संविदाकर्मी ने खून से लिखा राहुल गांधी को खत, नियमितिकरण का वादा याद दिलाया
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Published : Jul 22, 2023, 9:12 PM IST
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Updated : Jul 23, 2023, 8:34 AM IST
Letter Written In Blood To Rahul Gandhi नवा रायपुर के तूता प्रदर्शन स्थल पर संविदाकर्मियों ने सरकार के खिलाफ आमरण अनशन करके मोर्चा खोला है. वहीं आमरण अनशन के चौथे दिन दिव्यांग महिला संविदाकर्मी ने अपने खून से राहुल गांधी को पत्र लिखकर कांग्रेस का वादा याद दिलाया.
दिव्यांग महिला संविदाकर्मी ने खून से लिखा राहुल गांधी को खत
रायपुर : छत्तीसगढ़ में वेतनवृद्धि के ऐलान के बाद भी संविदाकर्मी अपनी मांगों पर अड़े हुए हैं. सरकार और संविदाकर्मियों के बीच अब तक संवाद नहीं हो पाया है. 10 जुलाई से संविदाकर्मी नवा रायपुर के तूता प्रदर्शन स्थल पर अपनी मांगों के लेकर प्रदेशव्यापी आंदोलन कर रहे हैं. वहीं कुछ संविदाकर्मी बिना अन्न जल के पिछले चार दिनों से आमरण अनशन पर हैं. शनिवार को दिव्यांग महिला संविदाकर्मी ने अपनी मांगें मनवाने के लिए अनोखा प्रदर्शन किया.
क्यों लिखा खून से पत्र :दिव्यांग महिला संविदा कर्मचारी उमेश्वरी देशमुख ने अपने खून से राहुल गांधी को पत्र लिखा है. खून से पत्र लिखने का मकसद कांग्रेस को अपने चुनावी घोषणा पत्र में किए गए वादे को याद दिलाना है. नवा रायपुर के तूता धरनास्थल पर दिव्यांग महिला संविदा कर्मचारी उमेश्वरी देशमुख बालोद से रायपुर रोजाना आती जाती हैं. शनिवार के दिन दिव्यांग संविदा कर्मचारी उमेश्वरी देशमुख ने राहुल गांधी को नियमितीकरण की मांग को पूरा करने के लिए खून से पत्र लिखा.इसके लिए उन्होंने अपने शरीर से खून निकालकर संविदाकर्मियों को दिया.
'' प्रियंका गांधी ने संविदा प्रथा को अभिशाप बताया था, उसी संविदा प्रथा को समाप्त करने के लिए संविदा कर्मचारियों ने खून से राहुल गांधी को पत्र लिखा है.संविदा कर्मचारियों के इस आमरण अनशन पर शनिवार को 5 संविदा कर्मचारी बैठे हैं.''उमेश्वरी देशमुख, संविदा कर्मी
नियमितिकरण की मांग पर अड़े हैं संविदाकर्मी : आपको बता दें कि छत्तीसगढ़ सर्व विभागीय संविदा कर्मचारी महासंघ ने 1 सूत्रीय मांग नियमितीकरण को लेकर 3 जुलाई से पूरे प्रदेश में प्रदर्शन कर रहे हैं. 3 जुलाई से जिला स्तर पर प्रदर्शन करने के बाद संविदा कर्मचारियों ने नवा रायपुर में 10 जुलाई से प्रदेश स्तर पर मोर्चा खोला है. संविदा कर्मचारी सरकार से अपनी मांग मनवाने के लिए जल सत्याग्रह, जेल भरो आंदोलन, विधानसभा घेराव जैसे कई तरीके अपना चुके हैं.लेकिन सरकार ने नियमितिकरण को लेकर साफ इनकार कर दिया.
पांच संविदाकर्मी भूख हड़ताल पर बैठे :19 जुलाई से संविदा कर्मचारियों ने आमरण अनशन की भी शुरुआत की है. शनिवार को आमरण अनशन का चौथा दिन है. आमरण अनशन के तीसरे दिन 2 संविदा कर्मचारियों की हालत बिगड़ी थी. जिसे हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया है. शनिवार को आमरण अनशन में 5 संविदा कर्मचारी बैठे हैं. जिसमें दीपक गुरुवंशी, उत्तम सोनी, प्रेम कुमार यादव, प्रकाश जाधव और करण लावतरे शामिल हैं.