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PM आवास योजना घोटाला: ठगों ने फर्जी सील, रसीद बनाकर बेच दिए BSUP मकान

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Published : Feb 15, 2021, 12:47 PM IST

Updated : Feb 15, 2021, 2:42 PM IST

छत्तीसगढ़ में प्रधानमंत्री आवास योजना के नाम से बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है. राजधानी रायपुर में BSUP के लिए बनाए गए मकानों को फर्जी तरीके से आवंटित कर दिया गया. मकान दिलाने के नाम पर 100 से ज्यादा लोगों से ठगी की गई है.

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प्रधानमंत्री आवास में फर्जीवाड़ा

रायपुर:खुद के आशियाने का सपना हर कोई देखता है, फिर चाहे वो गरीब हो या अमीर. लेकिन गरीबों या कम आय वर्ग के लोगों के लिए अपने इस सपने को पूरा कर पाना नामुमकिन सा होता है. एक घर बनाने में इनके पूरे जीवन की जमापूंजी चली जाती है. कई लोग तो आजीवन अपने घर के लिए तरसते रहते हैं. अपने घर के सपने को पूरा करने के लिए केंद्र सरकार ने प्रधानमंत्री आवास योजना की शुरुआत की. इस योजना से लाखों लोग लाभान्वित भी हुए हैं, लेकिन योजना में कई घोटाले और फर्जीवाड़े भी सामने आए है. राजधानी रायपुर में BSUP के लिए बनाए गए मकानों को फर्जी तरीके से आवंटित करने का मामला सामने आया है. मकान दिलाने के नाम पर 100 से ज्यादा लोगों से ठगी की गई है.

रायपुर में PM आवास योजना के नाम से बड़ा फर्जीवाड़ा

नगर निगम ने 98 लोगों के नाम से बीएसयूपी मकान आवंटित करने का लिस्ट जारी किया था. इस लिस्ट में फर्जीवाड़ा करते हुए शातिरों ने 258 लोगों के नाम पर अलॉटमेंट की फर्जी लिस्ट बना ली. हाईकोर्ट में याचिका दायर होने के बाद इस मामले का खुलासा हुआ.

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अवैध तरीके से मकान का आवंटन

इस शातिर गैंग ने फर्जी तरीके से नगर निगम की सील और लेटर पैड तैयार कर प्रधानमंत्री आवास योजना के नाम पर शहर के सड्डू, बोरियाकला और अन्य इलाकों में बने बीएसयूपी मकानों को अवैध तरीके से आवंटित कर दिया और प्रति परिवार 1 लाख 30 हजार रुपए वसूल लिए.

रायपुर में PM आवास योजना के नाम से बड़ा फर्जीवाड़ा

हाईकोर्ट में याचिका के बाद फर्जीवाड़े का हुआ खुलासा

इसके तीन महीने बाद इस गैंग ने एक और चाल चली और जिन लोगों को मकान आवंटित हुए थे, उन्हें नगर निगम का फर्जी नोटिस जारी कर तत्काल मकान खाली करने या फिर सवा लाख रुपए जमा करने के लिए कहा. नोटिस के खिलाफ कुछ लोगों ने हाईकोर्ट में गुहार लगाई. इसके बाद पूरे फर्जीवाड़ा का खुलासा हुआ है. पीड़ित परिवारों ने बताया कि ठगों ने उन्हें मकान दिलाने का सपना दिखाया था. हमें घर मिलेगा इसके लिए हमने रुपए जमा कर दिए, लेकिन घर नहीं मिला. उन्होंने बताया कि रुपए मिलने के बाद ठगों ने उनका कॉल उठाना भी बंद कर दिया.

पीसीसी चीफ के नाम और लेटर से ठगी

फर्जीवाड़े में यह भी खुलासा हुआ है कि पीएम आवास के नाम पर ठगी करने गैंग ने पीसीसी अध्यक्ष का नाम और पत्र का भी इस्तेमाल किया है. फर्जी लेटर सामने आने पर हुआ पूरे मामले का खुलासा हुआ है.

एक आरोपी गिरफ्तार, तीन फरार

प्रधानमंत्री आवास योजना के नाम पर ठगी करने वाले 4 आरोपी में एक आरोपी ए रविराव को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. अभी सुनील नायक, प्रीति नायक और अजय कुमार की तलाश में पुलिस जुटी हुई है.

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नगर निगम प्रशासन में हड़कंप

हाईकोर्ट के नोटिस के बाद उजागर हुए इस फर्जीवाड़े के बाद नगर निगम प्रशासन सकते में है. निगम आयुक्त ने इसकी शिकायत पुलिस में दर्ज कराई है. जिस जोन के कमिश्नर के फर्जी साइन और सील का इस्तेमाल हुआ है, उनका तबादला जून 2020 में हो चुका है. तबादले के दो महीने बाद जाली दस्तखत से इस फर्जीवाड़े को अंजाम दिया गया. इस पूरे मामले में शहर के मेयर एजाज ढेबर ने भरोसा दिलाया है कि धोखाधड़ी करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा. साथ ही पीड़ितों को उनकी रकम वापस दिलाई जाएगी.

Last Updated :Feb 15, 2021, 2:42 PM IST

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