Chhattisgarh BJP Good Governance Day स्वर्गीय प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की 99वीं जयंती पूरे देश में मनाई जा रही है. इस दिन को बीजेपी सुशासन दिवस के रुप में मनाती है. छत्तीसगढ़ में बीजेपी ने इस दिन किसानों के खाते में दो साल का बकाया बोनस ट्रांसफर किया है. Atal Bihari Vajpayee Jayanti
छत्तीसगढ़ बीजेपी का सुशासन दिवस
दो साल का बकाया बोनस ट्रांसफर
रायपुर : 25 दिसंबर को भारत के पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी का जन्मदिन है.बीजेपी इस दिन को सुशासन दिवस के तौर पर मनाती है.पूरे देश में इस दिन बीजेपी बड़े कार्यक्रमों को आयोजित करती है. इसी कड़ी में छत्तीसगढ़ बीजेपी भी स्वर्गीय अटल बिहारी बाजपेयी के जन्मदिन पर प्रदेश के 12 लाख किसानों के खाते में 2 साल का धान बोनस ट्रांसफर किया. अभनपुर के केंद्री गांव में हुए इस कार्यक्रम में सीएम विष्णुदेव साय, डिप्टी सीएम विजय शर्मा, अभनपुर विधानसभा के विधायक इंदर साहू, आरंग विधायक खुशवंत साहेब मौजूद थे.इस कार्यक्रम में डिप्टी सीएम विजय शर्मा ने अटल बिहारी वाजपेयी की कविता का पाठ करके मंच से जनता को संबोधित किया.इसके बाद सीएम विष्णुदेव साय ने बटन दबाकर किसानों को धान बोनस वितरण किया. 3716 करोड़ की बोनस राशि किसानों के खातों में ट्रांसफर की गई.
मोदी की हर गारंटी होगी पूरी :सीएम विष्णुदेव साय ने कहा कि बीजेपी 25 दिसंबर के दिन को सुशासन दिवस के तौर पर मनाती है.आपको बताते हुए खुशी हो रही है कि सुशासन दिवस के मौके पर मोदी की गारंटी के मुताबिक प्रदेश के किसानों को दो साल का बकाया बोनस उनके खातों में ट्रांसफर किया.
जिला मुख्यालयों में भी हो रहे कार्यक्रम :सुशासन दिवस के मौके पर प्रदेश के जिला मुख्यालयों, निकायों, पंचायत समितियों और ग्राम पंचायतों के स्तर पर कई कार्यक्रम आयोजित हो रहे हैं. 31 दिसंबर तक चलने वाले स्वच्छता सप्ताह की भी शुरुआत हो गई है.अटल बिहारी वाजयेयी की 99वीं जयंती के अवसर पर उनके चित्र पर माल्यापर्ण करके जनप्रतिनिधि जनता को सुशासन की शपथ दिला रहे हैं.कई जगहों पर अटल विचार संगोष्ठी और अटल कविता का मंचन भी हो रहा है.
छत्तीसगढ़ में धान खरीदी: छत्तीसगढ़ सरकार ने किसानों से समर्थन मूल्य पर 21 क्विंटल धान प्रति एकड़ की दर से धान खरीदी भी शुरू हो गई है. राज्य में इस साल 130 लाख मीट्रिक टन धान की खरीदी अनुमानित है. समर्थन मूल्य पर धान उपार्जन के एवज में राज्य के किसानों को लगभग 40 हजार करोड़ रुपये का भुगतान होगा. किसानों को धान बेचने में किसी भी तरह की दिक्कत ना हो, इसके लिए सभी खरीदी केन्द्रों में बेहतर और पर्याप्त इंतजाम किए गये हैं. मुख्यमंत्री साय ने कहा है कि ऐसे किसान जो पूर्व निर्धारित मात्रा के अनुसार सोसायटियों में अपना धान बेच चुके हैं, उन्हें भी नई निर्धारित मात्रा के अंतर का धान बेचने की सुविधा दी गई है.