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Lone Varatu Campaign : लोन वर्राटू से प्रभावित होकर नक्सलियों का सरेंडर , दंतेवाड़ा एसपी के सामने डाले हथियार

By ETV Bharat Chhattisgarh Team

Published : Oct 25, 2023, 7:01 PM IST

Lone Varatu Campaign दंतेवाड़ा में दो नक्सलियों ने पुलिस अधीक्षक के सामने आत्मसमर्पण किया है.नक्सलियों ने पुलिस और राज्य शासन के अभियान लोन वर्राटू से प्रभावित होकर अपने हथियार डाले हैं.Dantewada Crime News

Lone Varatu Campaign
लोन वर्राटू से प्रभावित होकर नक्सलियों ने डाले हथियार

दंतेवाड़ा : छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव से पहले पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है. दंतेवाड़ा जिले में जो नक्सलियों ने आत्म समर्पण किया है. एसपी गौरव राय के सामने नक्सलियों ने अपने हथियार डाले.

नक्सलियों से पुलिस की अपील :इस दौरान पुलिस अधीक्षक गौरव राय ने बताया कि विधानसभा चुनाव को देखते हुए नक्सल अभियान जिले में तेज किया गया है. मुख्यधारा से भटके नक्सलियों से लगातार अपील भी की जा रहा है कि वह मुख्यधारा में जुड़ कर छत्तीसगढ़ सरकार की आत्मसमर्पण पुनर्वास नीति का फायदा उठाएं.

'' नक्सली मुख्य धारा में जुड़ते हुए आत्म समर्पण कर रहे हैं. जिसके तहत अरनपुर थाना क्षेत्र से कटेकल्याण एरिया कमेटी अन्तर्गत मार्जूम पंचायत में सक्रिय दो नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है. आत्मसमर्पित दोनों नक्सली बंद के दौरान रोड खोदना, पेड़ काटना, नक्सली बैनर, पोस्टर और पाम्पलेट लगाने की घटनाओं में शामिल थे.'' गौरव राय,एसपी

सरेंडर करने वाले नक्सलियों को मिलेगी प्रशासनिक मदद :एसपी गौरव राय ने आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों को छत्तीसगढ़ शासन की पुनर्वास योजना का फायदा देने की बात कही है.इसके साथ ही समाज की मुख्यधारा से जुड़कर दूसरों को भी प्रोत्साहित करने का काम किया है. आपको बता दें कि लोन वर्राटू अभियान के तहत अब तक 166 ईनामी नक्सलियों सहित कुल 652 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण कर समाज में जुड़ने के लिए कदम बढ़ाया है.

क्या है लोन वर्राटू अभियान ?

लोन वर्राटू गोंडी शब्द है जिसका अर्थ 'घर वापस आइए' होता है. इस अभियान से ग्रामीणों को जोड़ने पुलिस ने आत्मसमर्पण के फायदे के बैनर पोस्टर के साथ ही नक्सलियों के नामों की लिस्ट भी जिले के हर गांव पंचायत में लगाई है. ग्रामीण अपने परिवार के वे लोग जो नक्सल संगठन से जुड़े हैं उनको वापस मुख्यधारा से जोड़ने के लिए पुलिस के पास ला रहे हैं. यही वजह है कि लोन वर्राटू अभियान के तहत आदिवासी ग्रामीण लगातार नक्सल संगठन छोड़ मुख्यधारा से जुड़ रहे हैं.

बस्तर में लोन वर्राटू अभियान से लाल आतंक को लगा झटका, नक्सली वारदात में भी आई कमी
क्या है लोन वर्राटू अभियान, जिसके तहत नक्सली लगातार कर रहे सरेंडर

लोन वर्राटू अभियान की खास बातें

  • इस अभियान में जो भी नक्सली सरेंडर कर रहे हैं, उनके लिए पुलिस और जिला प्रशासन उन्हें तत्काल रोजगार की व्यवस्था कर रहा है.
  • सरेंडर नक्सलियों से बिल्डिंग, स्कूल, सड़क और पुल-पुलिया का निर्माण कार्य कराया जाता है, जिसे नक्सली नुकसान पहुंचा चुके होते हैं.
  • सरेंडर नक्सली अपने गांव पंचायत के विकास कार्यों में योगदान दे रहे हैं.
  • यह अभियान फिलहाल बस्तर संभाग के दंतेवाड़ा जिले में ही चलाया जा रहा है और इसकी सफलता को देखते हुए अन्य जिलों में भी इस अभियान को शुरू करने की तैयारी पुलिस प्रशासन द्वारा की जा रही है.
  • इस अभियान के तहत सरेंडर करने वालों में एक लाख से लेकर 10 लाख के इनामी नक्सली भी शामिल हैं.
  • लोन वर्राटू अभियान के तहत सरेंडर करने वाले नक्सलियों को बस्तर पुलिस अपने साथ पुलिस में भी नौकरी दे रही है और इसके लिए बकायदा उन्हें ट्रेनिंग देने के साथ ही नक्सलियों के खिलाफ चलाए जा रहे हैं एंटी नक्सल ऑपरेशन में भी शामिल कर रही है.

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