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हाईकोर्ट : सिविल जज परीक्षा मामले में कल होगी सुनवाई

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Published : Dec 16, 2019, 9:48 PM IST

Updated : Dec 16, 2019, 11:19 PM IST

पीएससी की सिविल जज परीक्षा को हाईकोर्ट ने रद्द कर दिया था, लेकिन अब मामले में पीएससी और उन बच्चों ने हाईकोर्ट के सिंगल बेंच के फैसले को चुनौती दी है, जिनका सिविल जज परीक्षा में चयन मॉडल आंसर के अनुसार हो रहा था. मामले में हाईकोर्ट की चीफ जस्टिस की डिवीजन बेंच मंगलवार को सुनवाई करेगी.

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बिलासपुर: मई में PSC (लोक सेवा आयोग) के लिए गए सिविल जज के एग्जाम मामले में PSC सहित उन बच्चों ने भी ने हाईकोर्ट के सिंगल बेंच के फैसले को चुनौती दी है, जिनका मॉडल आंसर के अनुसार चयन हो रहा था. मामले में हाईकोर्ट की चीफ जस्टिस की डिवीजन बेंच मंगलवार को सुनवाई करेगी.

सिविल जज परीक्षा मामले में कल होगी सुनवाई

क्या है मामला
साल 2019 के मई में पीएससी ने सिविल जज की परीक्षा ली थी, जिसका रिजल्ट जुलाई में आया था. छात्रों ने परीक्षा में पूछे गए सवालों को उच्च न्यायालय में चुनौती दी थी. इस पर सुनवाई करने के बाद उच्च न्यायालय ने सिविल जज की परीक्षा को रद्द कर दिया था. मामले में कुल 8 छात्रों ने याचिका दायर की थी. जस्टिस गौतम भादुरी की कोर्ट ने अपना फैसला सुनाया था, लेकिन अब मामले पर पीएससी और उन बच्चों ने हाईकोर्ट की सिंगल बेंच के फैसले को चुनौती दी है, जिनका सिविल जज परीक्षा में चयन मॉडल आंसर के अनुसार हो रहा था.

किस फैसले को दे रहे चुनौती
बता दें कि पीएससी की सिविल जज परीक्षा को हाईकोर्ट ने रद्द कर दिया था. दरअसल उच्च न्यायालय ने पीएससी को छात्रों से बिना अतिरिक्त शुल्क लिए दोबारा सिविल जज परीक्षा लेने का आदेश भी जारी किए था, लेकिन इस फैसले पर याचिकाकर्ता के साथ ही PSC ने भी आपत्ति जताई है.

Intro:पीएससी द्वारा लिए गए सिविल जज के एग्जाम मामले में पीएससी सहित उन बच्चों ने भी ने हाईकोर्ट की सिंगल बेंच के फैसले को चुनौती दी है जिनका मॉडल आंसर के अनुसार चयन हो रहा था ।मामले पर हाई कोर्ट की चीफ जस्टिस की डिवीजन बेंच कल करेगा सुनवाई । Body:बता दें कि पीएससी द्वारा लिए गए सिविल जज परीक्षा को हाईकोर्ट ने रद्द कर दिया था। उच्च न्यायालय ने पीएससी को छात्रों से बिना अतिरिक्त शुल्क लिए दोबारा सिविल जज परीक्षा लेने का आदेश भी जारी किया था। वादित हो की इस साल मई में पीएससी ने सिविल जज की परीक्षा ली थी जिसका रिजल्ट जुलाई में आया था। छात्रों द्वारा परीक्षा में पूछे गए सवालों को उच्च न्यायालय में चुनौती दी गई थी। जिस पर सुनवाई करने के बाद उच्च न्यायालय ने सिविल जज की परीक्षा को रद्द कर दिया था। मामले पर कुल 8 छात्रों ने याचिका दायर की थी। जिस पर आज जस्टिस गौतम भादुरी की कोर्ट ने अपना फैसला सुनाया था।Conclusion:लेकिन अब मामले पर पीएससी व उन बच्चों ने हाईकोर्ट की सिंगल बेंच के फैसले को चुनौती दी है जिनका सिविल जज परीक्षा में चयन मॉडल आंसर के अनुसार हो रहा था।
Last Updated : Dec 16, 2019, 11:19 PM IST

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