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बीजापुर: विपक्ष के बाद अब नक्सलियों ने शराबबंदी को लेकर खोला मोर्चा, जारी किया फरमान

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Published : Aug 11, 2020, 3:25 AM IST

छत्तीसगढ़ में विपक्ष के बाद शराबबंदी को लेकर अब नक्सलियों ने भी मोर्चा खोल दिया है. भोपालपटनम इलाके में नक्सलियों ने विदेशी शराब की अवैध बिक्री बंद करने की चेतावनी दी है. नक्सलियों का कहना है कि भोपालपट्नम के मट्टीमरका के आसपास के गांवों में लोग विदेशी शराब पीकर बीमार हो गए हैं. लोगों को महुआ शराब का सेवन करना चाहिए.

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नक्सलियों ने शराबबंदी को लेकर खोला मोर्चा

बीजापुर: धुर नक्सल प्रभावित भोपालपटनम इलाके में नक्सलियों ने एक बार फिर अपनी उपस्थिति दर्ज कराई है. लगातार पुलिस सर्चिंग के कारण नक्सलियों की गतिविधि कम हो गई थी, लेकिन अपनी उपस्थिति दर्ज कराने के लिए अभी भी अंदरूनी गांवों में किसी न किसी प्रकार के पर्चे और बैनर-पोस्टर लगाकर अपनी उपस्थिति दर्ज करा रहे हैं. नक्सलियों ने बारेगुड़ा इलाके में विदेशी शराब की अवैध बिक्री बंद कराने के नाम सड़कों पर फर्चे फेंके हैं.

नक्सलियों ने शराब कोचियों के नाम जारी किया फरमान

दरअसल, प्रदेश में शराबबंदी को लेकर जहां विपक्ष आए दिन सरकार को घेरने की कोशिश करने में लगा है, तो वहीं दूसरी ओर अब बीजापुर जिले में नक्सलियों ने भी विदेशी शराब दुकानों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. नक्सलियों ने शराब कोचियों के नाम पर पर्चे फेंककर खुली चेतावनी दी है. पर्चों में लिखा है विदेशी शराब की अवैध बिक्री बंद की जाए नहीं अब वह कार्रवाई करेंगे.

गांवों में लोग विदेशी शराब पीकर बीमार हो गए: नक्सली

पुलिस के मुताबिक नक्सलियों के मद्देड़ और नेशनल पार्क एरिया कमेटी ने एक संयुक्त पर्चा भोपालपट्नम क्षेत्र में फेंककर विदेशी शराब दुकान को फौरन बंद करने का फरमान जारी किया है. नक्सलियों ने पर्चे में लिखा है कि हर गांव में विदेशी शराब भट्टी नहीं लगानी चाहिए, जो भी व्यक्ति गांव में शराब बेचेगा उस पर उनकी पार्टी कार्रवाई करेगी. नक्सलियों ने करीब दर्जनभर शराब कोचियों के नामों पर पर्चे में उल्लेख किया है. नक्सलियों ने लिखा है कि भोपालपट्नम के मट्टीमरका के आसपास के गांवों में लोग विदेशी शराब पीकर बीमार हो गए हैं. जिसका विरोध होना चाहिए.

इलाके में महुआ शराब का उपयोग करने की चेतावनी

वहीं दूसरी ओर नक्सलियों ने महुआ शराब का समर्थन करते हुए कहा है कि पारंपारिक तौर पर शादी और अन्य त्योहारों में उपयोग किए जाने वाले महुआ शराब का ही उपयोग होना चाहिए. साथ ही विदेशी शराब का विरोध किया जाना चाहिए. उन्होंने चेतावनी दी है कि जो भी व्यक्ति गोपनीय तरीके से शराब बेचेगा उस पर दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी.

नक्सलियों के पर्चे से शराब कोचियों में मचा हड़कंप

बता दें कि नक्सलियों ने भोपालपट्नम क्षेत्र में गोपनीय तरीके से शराब बेचने वाले कोचियों का नाम जारी किया है. साथ ही लिखा है अगर वे शराब बेचना बंद नहीं करते हैं, तो गांव-गांव में शराब बेचने वाले लोगों पर कार्रवाई की जाएगी. इसके पहले सरकार ने भी गाइड लाइन जारी किया था, जिसमें लिखा था कि शासकीय शराब दुकान के अलावा अगर इलाके में कोचियों के माध्यम से अवैध शराब की बिक्री की जाती है, तो उस कड़ी कार्रवाई की जाएगी. ऐसे में अब तक अवैध शराब की बिक्री करने वाले कोचियों की जानकारी शासन प्रशासन के पास नहीं है, लेकिन नक्सलियों के पर्चे से शराब कोचियों में हड़कंप मच गया है.

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