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Wednesday Ganesh puja तांत्रिक विद्या से बना गणेश मंदिर, शमी के पेड़ से निकले हैं गणपति, दर्शन मात्र से पूरी होती है हर मनोकामना

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Published : Feb 22, 2023, 5:08 AM IST

Updated : Mar 15, 2023, 8:17 AM IST

बेमेतरा जिला मुख्यालय से 24 किमी दूर नवागढ़ में स्थित सिद्धि विनायक श्री सिद्ध शमी गणेश मंदिर की महिमा पूरे देश में विख्यात है. ये एक दुर्लभ गणेश मंदिर है. यहां सामने देवतुल्य शमी वृक्ष विराजमान है. शमी को शनि देव का अवतार माना जाता है. मान्यता है कि इस मंदिर की स्थापना तंत्र सिद्धि से की गई है. शमी गणेश के दर्शन करने से लोगों की हर मनोकामना पूर्ण होती है, इसीलिए इस मंदिर में देश विदेश से श्रद्धालु दर्शन करने पहुंचते हैं.

Wednesday Ganesh puja
श्री सिद्ध शमी गणेश मंदिर

बेमेतरा : सिद्धि विनायक श्री सिद्ध शमी गणेश मंदिर की ख्याति पूरे देश में फैली है. इस सिद्ध मंदिर का निर्माण 1312 साल पहले तांत्रिक विद्या से किया गया था. इस प्राचीन मंदिर की महिमा अपरंपार है. श्री सिद्ध शमी गणेश मंदिर के चारों ओर राज्य और देश के सिद्ध गणेश मंदिर की दुर्लभ मूर्तियों की प्रतिकृतियां स्थापित की गई हैं. यह एक ही जगह संपूर्ण तीर्थ का दर्शन कराती है. सभी का ऐतिहासिक महत्व है.

तंत्र सिद्धि के लिए प्रसिद्ध मंदिर : जानकार जितेंद्र कुमार ठाकुर ने बताया कि ''गणेश जी की प्रतिमा शमी वृक्ष से निकली है. जिसे तांत्रिक सिद्धी करने वाले टीले में स्थापित किया गया है. मंदिर का निर्माण संवत 646 में किया गया था. नवागढ़ रियासत के राजा नरबर साय ने शमी गणेश की मूर्ति स्थापित की थी.बाद में 3 बार नगरवासियों ने मंदिर का जीर्णोद्धार कराया है.''

मंदिर में गणपति के कई रूप : सिद्धि टेक, जिला नागर महाराष्ट्र, गिरिजात्मज पुणे, चिंतामणी पुणे, महागणपति, वरद विनायक, मयूरेश्वर, बल्लालेश्वर, विघ्नेश्वर में स्थापित गणेश के दर्शन नवागढ़ के इस मंदिर में किए जा सकते हैं. मंदिर में दुर्गा प्रतिमा, शिवलिंग, राधा कृष्ण की मूर्ति, राम दरबार स्थापित कर हनुमान जी को विराजमान किया गया है.

दूर-दूर से आते हैं श्रद्धालु :नवागढ़ के समाजसेवी राजेन्द्र खुराना ने बताया कि '' यह अष्टकोणीय मंदिर है. यहां कुछ शिलालेख भी मौजूद हैं. मंदिर परिसर में अष्टकोणीय कुआं भी है. साल 1880 में पहली बार महाराष्ट्रीयन ब्राह्मणों ने मंदिर का जीर्णोद्धार कराया और वहां से आए लोगों ने गणेश जी की पूजा शुरू की. तभी से इस मंदिर की महत्ता एक बार फिर लोगों तक पहुंची. अब छतीसगढ़ महाराष्ट्र सहित समूचे भारत के लोग शमी गणेश के दर्शन करने यहां पहुंचते हैं. दूसरी बार 1936 में और तीसरी बार 2010 मे मंदिर का जीर्णोद्धार हुआ है. गीता प्रेस गोरखपुर से प्रकाशित धार्मिक पत्रिका कल्याण में इस मंदिर का देश के सिद्ध गणेश मंदिरों में प्रमुखता से उल्लेख किया गया है.

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मंदिर के अंदर छिपा है रहस्य:नवागढ़ के श्री सिद्ध शमी गणेश मंदिर के गर्भगृह के बाजू में गुफा है. जिसमें कई अनेक रहस्य छुपे हुए हैं. गुफा में 55 वर्षों से विगत श्री अखंड ज्योति प्रज्ज्वलित की गई है. वहीं गौरी माता की मूर्ति है जो श्री सिद्ध शमी गणेश को निहार रही है. गणेश की मूर्ति गौरी मैया को निहारते नजर आती है. गर्भगृह में जाने पर रोक लगा दिया गया है, लेकिन पुजारी वहां जाकर दीप प्रज्ज्वलित करते हैं और गौरी देवी का पूजन करते हैं. पुरातत्व विभाग यदि मंदिर के आसपास खोज करे तो बड़े रहस्य का पता चल सकता है.

Last Updated :Mar 15, 2023, 8:17 AM IST

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