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Tribal Basketball Player Shabnam Ekka: ईंट भट्ठे में काम करती थी आदिवासी बास्केटबॉल खिलाड़ी शबनम एक्का, खेल कोटे से रेलवे में लगी नौकरी

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Published : Feb 15, 2023, 2:12 PM IST

Updated : Jul 25, 2023, 8:01 AM IST

सरगुजा संभाग के आदिवासी समाज के बच्चे लगातार खेल के क्षेत्र में आगे बढ़ रहे हैं. एक बार फिर एक बास्केटबॉल खिलाड़ी को खेल कोटे से रेलवे में नौकरी मिली है. बास्केटबॉल खिलाड़ी शबनम एक्का अब रेलवे में नौकरी करेगी और रेलवे की टीम में बास्केटबॉल खेलेगी.

Tribal Basketball Player Shabnam Ekka
आदिवासी बास्केटबॉल खिलाड़ी शबनम एक्का

सरगुजा:बड़ी बात यह है की यह सब कुछ सरगुजा के पूर्व कलेक्टर और वर्तमान में प्रदेश के स्वास्थ्य सचिव आर. प्रसन्ना के एक प्रयास से संभव हो सका है. सरगुजा कलेक्टर रहते हुये आर. प्रसन्ना ने बास्केटबॉल कोच राजेश सिंह और इंटरनेशनल कोच राजेश्वर राव के सहयोग से टैलेंट सर्च प्रोग्राम चालू किया था. शबनम एक्का भी सरगुजा टेंलेंट सर्च प्रोग्राम की खोज है.



कस्तूरबा आवासीय विद्यालय की खोज:अंबिकापुर के गांधी स्टेडियम में आयोजित चयन ट्रायल में बेटरी टेस्ट में शबनम का चयन किया गया था. इस कार्यक्रम को APC दीपमाला सिंह के सहयोग से सरगुजा जिला के सभी कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय की बालिकाओं को इस ट्रायल के लिए शामिल कराया गया था.




ट्रायल में सेलेक्ट: शबनम के कोच राजेश सिंह ने बताया "सामूकाहिक प्रयासों के कारण ही सरगुजा के बहुत से बच्चों का चयन भारतीय खेल प्राधिकरण प्रशिक्षण केन्द्र राजनांदगांव में हुआ और सरगुजा के खिलाड़ियों ने अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता में भाग भी लिया. विभिन्न राष्ट्रीय प्रतियोगिता में भाग लेकर सरगुजा के खिलाड़ियों ने पदक प्राप्त किये हैं. चयन ट्रायल के बाद इस चयन ट्रायल में सेलेक्ट अन्य खिलाड़ियों के साथ राजनांदगांव में बुलाकर उन सभी खिलाड़ियों का कैम्प लगाया गया. इस कैम्प में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाली शबनम एक्का का चयन भारतीय खेल प्राधिकरण प्रशिक्षण केन्द्र राजनांदगांव की आवासीय योजना में किया गया."




ईंट भट्ठे में करती थी काम:कोच राजेश बताते हैं "शबनम एक्का सरगुजा जिले के सीतापुर विकासखंड के गांव पेटला की रहने वाली है और ईंट भट्टे में मजदूरी का काम करती है. आर्थिक समस्याओं के बावजूद इनकी मां ने इन्हें मोटीवेट किया. स्वयं अतिरिक्त मेहनत करके शबनम को किसी भी तरह की कमी नहीं होने दी. पिता हमेशा खेल के खिलाफ थे. वे चाहते थे कि शबनम भी काम में हाथ बटायें. लेकिन किस्मत को कुछ और ही मंजूर था और आज शबनम रेलवे की जॉब पा चुकी है. शबनम एक्का का चयन खेल कोटे से दक्षिण पुर्व मध्य रेल्वे बिलासपुर में हुआ है.

Last Updated :Jul 25, 2023, 8:01 AM IST

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