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सरगुजा: स्कूल में विज्ञान और कला प्रदर्शनी का आयोजन, सामाजिक दायित्व समझ रहे बच्चे

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Published : Nov 11, 2019, 2:37 PM IST

Updated : Jul 25, 2023, 8:00 AM IST

बच्चों ने लगाए स्टॉल

सरगुजा में स्कूल प्रबंधन की ओर से मेले का आयोजन किया गया. आयोजन में बच्चे काफी उत्साहित नजर आए. स्कूल प्रबंधन ने तीन साल बाद इस तरह के प्रदर्शन का आयोजन किया है.

सरगुजा: जिले के एक निजी स्कूल में दो दिवसी विज्ञान और कला प्रदर्शनी व व्यंजन मेले का आयोजन किया गया. कार्यक्रम में बच्चों ने स्वादिष्ट व्यंजनों के स्टॉल लगाए. बताया जा रहा है कि इस प्रदर्शनी से अर्जित की हुई राशि को स्कूल के बच्चों की ओर से साल भर सामाजिक कार्यों में खर्च किया जाएगा.

वीडियो.

बच्चों में व्यापार की कला और आपसी सहयोग की भावना पैदा करने की दृष्टि से स्कूल प्रबंधन की ओर से मेले का आयोजन किया गया. आयोजन में बच्चे काफी उत्साहित नजर आए. स्कूल प्रबंधन ने तीन साल बाद इस तरह के प्रदर्शन का आयोजन किया है. इस कार्यक्रम में बच्चों द्वारा खुद से बनाए गए मॉडल की प्रस्तुति दी गई. आयोजन में लोगों ने बच्चों द्वारा बनाए गए पकवानों का जमकर आनंद लिया.

गरीबों में बांटा जाता है कंबल
इस मेले से होने वाली कमाई से स्कूल प्रबंधन हर साल गरीबों को ठंड में कंबल या बारिश में रेन कोट बांटने का काम करता है. इससे समाज को एक नई दिशा और बच्चों को सामाजिक जिम्मेदारी का अहसास होता है.

Intro:सरगुजा : जिले के एक निजी स्कूल में दो दिवसी विज्ञान एवं कला प्रदर्शनी व व्यंजन मेले का आयोजन किया गया, इस कार्यक्रम में बच्चों द्वारा खुद से बनाए गए मॉडल की प्रस्तुति दी गई इसके साथ ही स्वादिष्ट व्यंजनों के स्टॉल लगाए गए जिसमें बच्चों द्वारा खुद के द्वारा बनाए गए पकवानों का लोगों ने जमकर आनंद लिया, इस प्रदर्शनी व मेला से अर्जित की हुई राशि को स्कूल के बच्चों द्वारा वर्ष भर सामाजिक कार्यों में खर्च किया जाएगा विदित हो की स्कूल प्रबंधन द्वारा तीन वर्ष बाद स्कूल में ये गतिविधियां आयोजित की गई। इस वर्ष स्कूल प्रबंधन द्वारा बच्चों के लिए विज्ञान एवं कला प्रदर्शनी के साथ ही व्यंजन मेला का आयोजन किया गया।


Body:बच्चो में वयापार की कला और आपसी सहयोग की भावना पैदा करने की दृष्टि से कराए जाने वाले इन आयोजन में बच्चे काफी उत्साहित नजर आए और इस मेले से होने वाली कमाई का जो सदुपयोग स्कूल द्वारा किया जाता है वो और भी ज्यादा प्रशंसनीय होता है, स्कूल प्रबंधन प्रति वर्ष गरीबो को ठंड में कंबल या बारिश में रेन कोट वितरण का काम इन्ही नन्हे बच्चों से कराता है, जिससे समाज को एक नई दिशा और बच्चों को सामाजिक जिम्मेदारी का आभाष होता है।

बाईट03_सिस्टर जेराल्ड (प्रिंसिपल होलीक्रास सीनियर सेकेंडरी स्कूल अम्बिकापुर)

देश दीपक सरगुज़ा


Conclusion:
Last Updated :Jul 25, 2023, 8:00 AM IST

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