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मुखिया रितु जायसवाल ने दिलाई सिंहवाहिनी पंचायत को पहचान, मेहनत से बदल दी गांव की सूरत

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Published : Dec 27, 2019, 7:02 AM IST

मुखिया रितु जायसवाल सिंहवाहिनी पंचायत के अंदर सड़क, बिजली, पानी, पशुपालन, शौचालय, प्रधानमंत्री आवास योजना, सिलाई, ब्यूटीशियन और नर्सिंग प्रशिक्षण केंद्र खोलकर पंचायत की लड़कियों और युवाओं को प्रशिक्षित कर रोजगार के अवसर प्रदान करने की दिशा में निरंतर प्रयासरत हैं.

मुखिया रितु जायसवाल
मुखिया रितु जायसवाल

सीतामढ़ी: जिले के सोनबरसा प्रखंड के सिंहवाहिनी पंचायत की मुखिया रितु जायसवाल ने इस साल अपने पंचायत को आदर्श पंचायत की सूची में शामिल कराया. महिला मुखिया रितु जायसवाल की कोशिशों के कारण साल 2019 में सिंहवाहिनी पंचायत को भारत सरकार ने नवाजा. दरअसल, इस पंचायत को भारत सरकार के पंचायती राज विभाग ने दीन दयाल उपाध्याय पंचायत सशक्तिकरण पुरस्कार से सम्मानित किया है.

रितु जायसवाल साल 2016 में सिंहवाहिनी पंचायत की मुखिया चुनी गई. उस समय यहां के लोगों को बुनियादी सुविधाएं तक नसीब नहीं थी. लेकिन, अपनी इच्छाशक्ति और मेहनत के बल पर मुखिया ने पंचायत की सूरत बदल दी. आज यह पंचायत ओडीएफ घोषित है. इतना ही नहीं बाढ़ से हुई त्रासदी से निपटने के लिए उन्होंने केंद्र और राज्य की मदद के अलावा अपने स्तर पर भी कई कोशिशें की.

महिला सशक्तिकरण के लिए काम कर रहीं रितु जायसवाल

कई क्षेत्रों में किया काम
मुखिया रितु जायसवाल सिंहवाहिनी पंचायत के अंदर सड़क, बिजली, पानी, पशुपालन, शौचालय, प्रधानमंत्री आवास योजना, सिलाई, ब्यूटीशियन और नर्सिंग प्रशिक्षण केंद्र खोलकर पंचायत की लड़कियों और युवाओं को प्रशिक्षित कर रोजगार के अवसर प्रदान करने की दिशा में निरंतर प्रयासरत हैं. उनका कहना है कि वे महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाकर बाल विवाह के खिलाफ आवाज बुलंद करना चाहती हैं. आने वाले वर्ष में वे इस पंचायत के अंदर कई ऐसे प्रशिक्षण केंद्र खोलने जा रही हैं, जहां लड़कियों को प्रशिक्षण दिए जाएंगे.

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स्थानीय लोगों में काफी खुशी
स्थानीय लोगों में अपनी मुखिया के कार्यों को लेकर काफी संतोष है. पंचायत की बुजुर्ग महिला तेतरी देवी कहती हैं कि रितु जायसवाल ने काफी कम समय में ही पंचायत की कायापलट कर दी है. आज गांव में सड़क, बिजली, साफ पानी मौजूद है. जब जिला ओडीएफ नहीं था तब सिंहवाहिनी पंचायत ओडीएफ घोषित हो चुका था. वहीं, गांव की लड़कियां कहती हैं कि मुखिया के कारण ही आज वे आत्मनिर्भर हो सकी हैं.

मुखिया रितु जायसवाल को मिले कई अवार्ड

रितु जायसवाल को मिली उपलब्धियां:

  • साल 2019 में मिला दीन दयाल उपाध्याय पंचायत सशक्तिकरण पुरस्कार
  • रितु जायसवाल को मिला फ्लेम लीडरशिप अवार्ड 2019
  • यूथ की आवाज समिट 2019 में बतौर स्पीकर पहुंची
  • इंडियन स्कूल ऑफ डेमोक्रेसी कार्यक्रम में स्पीकर के रूप में लिया हिस्सा
  • 2018 में उप राष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने चैंपियन ऑफ चेंज अवार्ड से नवाजा
Intro:जिले की महिला मुखिया ऋतु जसवाल ने वर्ष 2019 में देश में दिलाई अपने पंचायत की पहचान। मिले कई राष्ट्रीय अवार्ड।Body: जिले की महिला मुखिया ऋतु जसवाल ने अपनी लगन और मेहनत के कारण वर्ष 2019 में अपने पंचायत को आदर्श पंचायत का दर्जा दिलाकर पूरे देश में अपनी पहचान बनाई है। महिला मुखिया को बेहतर कार्य के लिए वर्ष 2019 में अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया है। जिसमें फ्लेम लीडरशिप अवार्ड 2019 और दीनदयाल उपाध्याय पंचायत सशक्तिकरण पुरस्कार 2019 शामिल है। इसके साथ ही उन्हें यूथ की आवाज सम्मिट 2019 और इंडियन स्कूल ऑफ डेमोक्रेसी कार्यक्रम में स्पीकर के रूप में बुलावा भी आया है। इसके अलावे उन्हें वर्ष 2018 में उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने चैंपियन ऑफ चेंज अवार्ड से भी सम्मानित किया था। साथ ही वर्ष 2016 में रितु जायसवाल को उच्च शिक्षित आदर्श युवा मुखिया सरपंच पुरस्कार से भी नवाजा गया है।
रितु जायसवाल ने केवल 3 वर्षों के दौरान अपने पंचायत में वह सभी प्रकार के बदलाव कर डालें जो वर्षों करने के बावजूद भी नहीं हो पाता। भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई लड़ने वाली इस महिला मुखिया ने पंचायत के अंदर सड़क, बिजली, पानी, पशुपालन, शौचालय, प्रधानमंत्री आवास योजना, सिलाई, ब्यूटीशियन और नर्सिंग प्रशिक्षण केंद्र खोलकर पंचायत की लड़कियों एवं युवाओं को प्रशिक्षित कर रोजगार का अवसर प्रदान करने की दिशा में निरंतर प्रयासरत रही। साथ ही पंचायत में तीन सेनेटरी पैड बैंक बनाकर सस्ते दरों पर महिलाओं और लड़कियों को सेनेटरी पैड उपलब्ध कराना, पशुपालन को बढ़ावा देने, जैविक खाद बनाने, बायो सिस्टम से घरों तक गैस की आपूर्ति करने, तथा सोलर जल पंप से शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने जैसे कामों को करके उन्होंने पंचायत में शहरों जैसे विकास कर डालें। इसका नतीजा है कि आज सिंहवाहिनी पंचायत की जनता अपने इस मुखिया के किए गए कार्यों पर गर्व करती है। और इनकी सराहना करने से थकती नहीं। इन्हीं सब कार्यों का नतीजा है कि ऋतु जसवाल ने कम अवधि में ही अपने पंचायत को देश स्तर पर खड़ा कर दिया। जब जिला ओडीएफ घोषित नहीं हुआ था उससे पहले ही रितु जायसवाल ने अपने पंचायत को ओडीएफ घोषित करवा दिया। महिला मुखिया का बताना है कि वर्ष 2019 जुलाई में आई बाढ़ की विभीषिका में उन्हें सरकारी स्तर पर बहुत ज्यादा मदद नहीं दी गई तो उन्होंने दूसरे प्रदेशों से मदद मांग कर करीब 50 लाख रुपए की बाढ़ राहत सामग्री मंगवा कर पीड़ित जनता के बीच पहुंचा दिया। और समाज में बदलाव के लिए वह निरंतर प्रयासरत है।
रितु जसपाल का बताना है कि पंचायत के अंदर वह और भी कई बदलाव करना चाहती हैं लेकिन सरकारी सिस्टम में भ्रष्टाचार इतना अधिक है कि वह विकास के रास्ते में बाधक बन रहा है। और इसका नतीजा है कि जब कुछ अलग और नया करने के लिए वह आगे बढ़ती है तो जगह-जगह बाधाओं का सामना करना पड़ता है। एक और समाज में परिवर्तन दूसरी और भ्रष्टाचार के विरुद्ध लड़ाई लड़ने में उन्हें कई तरह की परेशानी अरे आती है। महिला मुखिया का बताना है कि नया वर्ष में इस पंचायत के अंदर कई ऐसे प्रशिक्षण केंद्र खोले जा रहे हैं जहां अट्ठारह सौ लड़के लड़कियों को हुनरमंद बनाने के लिए प्रशिक्षण दिए जाएंगे। और यह पूरे जिले का सबसे बड़ा प्रशिक्षण केंद्र होगा।
बाइट 1. आरती कुमारी। सिलाई केंद्र की छात्रा।
बाइट 2. तेतरी देवी। सिंहवाहिनी पंचायत की महिला जनता।
बाइट 3,4,5,6,( रितु जायसवाल मुखिया सिंह वाहिनी पंचायत सीतामढ़ी)
पी टू सी:_7Conclusion:ऋतु जसवाल वर्ष 2016 में पंचायत के मुखिया चुनी गई थी और इन 3 वर्षों के दौरान ही उनके बेहतर कार्य के लिए इन सभी अवार्ड और पुरस्कारों के अलावा उन्हें कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय अन्य अवार्ड और पुरस्कार भी मिल चुके हैं।
नोट:- इस खबर की और विजुअल भेजी जा रही है इसी टाइटल और स्लग से भेजी जाएगी। इस स्टोरी में उस विजुअल को शामिल करने की कृपा करेंगे। सभी बाइट p2c और एस्क्रिप्ट इसमें शामिल है।

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